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पूर्णा गांव में घरों के पास निकला पानी, 15 मकानों में बढ़ीं दरारें, लोग शिविर में शरण लेने को मजबूर - Separato Spot Witness Times
राज्य समाचार

पूर्णा गांव में घरों के पास निकला पानी, 15 मकानों में बढ़ीं दरारें, लोग शिविर में शरण लेने को मजबूर

चमोली जिले के पूर्णा गांव में घरों के पास पानी निकलने लगा है। 15 मकानों में दरारें बढ़ गई हैं। ग्रामीण राहत शिविर में शरण लेने को मजबूर हैं।

  
ब्लॉक का अनुसूचित बाहुल्य गांव पूर्णा में भू-धंसाव व घरों के आसपास दो से तीन इंच पानी निकलने से करीब 15 घरों में दरारें आ गई है। बारिश व धूप में घरों की दरारें अधिक चौड़ी होती जा रही है। खतरे को देखते हुए अधिकांश लोगों ने अपने घरों काे छोड़ दिया है।

ल्वाणी, धरातल्ला, मोपाटा में भू-धंसाव के बाद पूर्णा गांव भी भू- धंसाव की चपेट आ गया हैं। प्रभावित शाम को अंधेरे होने के बाद अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। जिन लोगों के मकानों में दरारें आई है। उनमें अधिकांश मजदूरी करते हैं। लोगों के घरों के साथ गोशालाएं भी हैं। जिनमें भी मोटी दरारें आई हैं।

इन लोगों ने अपने घरों को तो छोड़ दिया लेकिन पालतू जानवरों को खुले में रख रहे हैं। पूर्णा गांव के अभी तक 15 आवासीय घरों को भारी खतरा बना है। इनके घरों के आगे पीछे भू-धंसाव होने से घरों में माेटी दरारें आई हैं जो धूप में बढ़ रही है। यही नहीं घरों के आसपास दो से तीन इंच पानी निकलने से भी खतरा बना हुआ है।

राहत शिविर में 60 लोग रात को ठहर रहे

प्रशासन ने जीएमवीएन के पर्यटन आवास गृह को राहत शिविर बनाया है। यहां पर करीब 60 लोग रात को ठहर रहे हैं। पूर्णा गांव के प्रधान सीमा देवी व कनिष्ठ उपप्रमुख पिंकी देवी ने प्रशासन से आपदा प्रभावितों की मदद करने, गांव का भू सर्वेक्षण करने की मांग की। एसडीएम पंकज भट्ट ने बताया कि कई घरों में दरारें आई है। जो भी संभव होगा किया जाएगा। सुरेश राम, किशोर राम, गणेश राम, मनोज कुमार, महिपाल सिंह, शंकर राम, मोहन राम, देवेंद्र प्रकाश, मंगली राम, महादेवी, कमल राम, सुरेश राम, राहुल, भागुली देवी व धना देवी।

 

सेलखोला के आठ घर आए भूं-धंसाव की जद में, लोग रात को भागे

सोमवार की रात्रि को सेलखोला ग्राम पंचायत के उपर भू-धंसाव से से कई घरों को खतरा हो गया है। घरों के पीछे अचानक करीब तीन इंच पानी निकलने से लोगों के मकानों के आगे व पीछे जमीन धंस रही है। खतरे को देखते हुए रात्रि को आठ परिवारों ने अपने घर छोड़ कर देवाल बाजार के होटलों में शरण ली। आवासीय घरों के पीछे हो रहे भू-धंसाव से सेलखोला गांव के यादव चंद्र मिश्रा, मनोज मिश्रा, पंकज मिश्रा, राजा आनंद, दीप चंद्र, दिनेश चंद्र , हेम चंद्र, चित्रांश मिश्रा के घरों को खतरा हो गया है। सभी परिवार स्वयं अपनी व्यवस्था पर होटल या अपने आसपास के संबंधियों के घरों में रह रहे हैं।

विधायक टम्टा पूर्णा व सेलखोला गांव के आपदा प्रभावितों से मिले

सोमवार को क्षेत्र के विधायक भूपाल राम टम्टा व एसडीएम पंकज भट्ट ने आपदा प्रभावित पूर्णा व सेलखोला ग्राम पंचायत पहुंचकर प्रभावितों को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया। उन्होनें पूर्णा गांव में 16 राशन के किट दिए। उन्होंने कहा कि पूर्णा गांव के आपदा प्रभावितों के लिए जीएमवीएन का आवास गृह को राहत शिविर बनाया गया है।

विधायक टम्टा ने प्रशासन से सेलखोला गांव के सभी प्रभावितों के ठहरने के लिए राहत शिविर बनाने के निर्देश दिए। वहीं घरों के पास निकला तीन इंच के पानी को डायवर्ट करने के लिए जल संस्थान को आदेश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित सभी गावों का भू सर्वेक्षण किया जाएगा।

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