देहरादून 24 जून 2023,
दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस ने बताया है कि, ग्लोबल वार्मिंग के कारण डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
दुनिया भर में बेहद गर्म मौसम और कृषि व्यवधान का खतरा मंडरान लगा है। उष्ण कटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र में समुद्री तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आये बदलाव से पूरे विश्व के मौसम को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
मच्छर जो इस वायरस को तेजी से फैलाते हैं वो गर्म मौसम में खूब फलते फूलते हैं. इसके चलते अल नीना वायरस दुनिया भर के देशों में फैलने वाला है. ट्रॉपिकल बीमारियां (उष्णकटिबंधीय बीमारियां) पहले से ही साउथ अमेरिका के देशों में बढ़ रही है। अब एशिया में भी इसका खतरा मंडरा रहा है। पेरू जैसे देश पहले ही इस साल जरूरत से ज्यादा डेंगू के मामले बढ़ने पर स्टेट इमरजेंसी घोषित कर चुके हैं। पेरू में इस साल रिकॉर्ड डेढ़ लाख डेंगू के मामले सामने आए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह चेतावनी दी है कि संक्रमण देश के हेल्थ सिस्टम पर काफी ज्यादा प्रभाव डाल सकता है। थाईलैंड में जून के पहले सप्ताह के दौरान ही 19,503 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। यह बीते तीन सालों में सबसे ज्यादा हैं। कंबोडिया और मलेशिया जैसे देशों में भी डेंगू के केस केस तेजी से बढ़ रहे हैं. सिंगापुर की तरफ से भी जून से अक्टूबर के बीच मामले बढ़ने की चेतावनी जारी की गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि,अन्य बीमारियां भी तेजी से बढ़ रही है। साउथ अमेरिकी देश परागुआ में पिछले एक साल में चिकनगुनिया से मौत के 40 मामले सामने आ चुके ह।