देहरादून 28 मई 2022,
दिल्ली: भारत ने एक और गाइडेड मिसाइल के सफल परीक्षण कर रक्षा के क्षेत्र में एक और लंबी छलांग लगाई है।
यह एंटी सबमरीन मिसाइल कहां से वार कर रही है, दुश्मन इस बात का पता तक नहीं लगा सकते। यानी यह मिसाइल दुश्मन की नजरों से ओझल होकर वार करने में सक्षम है। ये मिसाइल पश्चिमी तट पर तैनात एक वॉरशिप से दागी गई है। इस मिसाइल ने अपने क्रू के मंत्र ‘हिट फर्स्ट हिट हार्ड’ यानी ‘पहले मारो और करारा मारो’ को सच साबित किया है। इस मिसाइल को एंटी सबमरीन स्टील्थ फ्रिगेट यानी पनडुब्बी रोधी स्टील्थ फ्रिगेट से छोड़ा गया। निचली सतह पर पहले एक टारगेट फिक्स किया गया, जिसके बाद इस मिसाइल से उस टारगेट पर निशाना साधा गया।
सबमरीन स्टील्थ फ्रिगेट ने सटीक निशाना साधकर अपनी ताकत का लोहा मनवा दिया। इसने कम समय में उड़ान लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त करते हुए अपने क्रू के ‘हिट फर्स्ट हिट हार्ड’ मंत्र की पुष्टि की है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि, भारत डिफेंस के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। इसी के तहत इंडियन नेवी को 18 मई को भी बड़ी सफलता मिली थी। ये टेस्ट इंडियन नेवी के लिए स्वदेशी एयर-लॉन्च एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम का पहला टेस्ट था. ये टेस्ट सीकिंग-42बी हेलीकॉप्टर से किया गया था। इसके अलावा नेवी ने हाल ही में ओडिशा तट पर एक नेवी हेलीकॉप्टर से एक नेवल एंटी-शिप मिसाइल का टेस्ट किया था।