जल संरक्षण व संवर्धन से सम्बन्धित “बोधिसत्व: बिन पानी सब सून” विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
उत्तराखंड: देहरादून स्थित मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय सभागार में “बोधिसत्व: बिन पानी सब सून” विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान संगोष्ठी में प्रत्यक्ष एवं वर्चुअल रूप से विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव रखे।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पानी जीवन का आधार है। जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में समेकित प्रयासों की जरूरत है। जल संरक्षण व संवर्धन से सम्बन्धित इस संगोष्ठी के मंथन से निकलने वाला अमृत राज्य की 17 छोटी-बड़ी नदियों को पुनर्जीवित कर जल स्तर बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर और अधिक विषय विशेषज्ञों के सुझावों का लाभ लेने के लिये राज्य स्तर पर एक फोरम का गठन किया जायेगा। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को जन-जन का कार्यक्रम बनाने के लिये सरकार के साथ सभी को सहयोगी बनना होगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में हर जनपद में 75 अमृत सरोवर बनाये जा रहे हैं। जल के बेहतर प्रबंधन से ही हम जल को बचा पायेंगे तथा नदियों के जल स्तर को बढ़ाने में सफल हो पायेंगे।
संगोष्ठी में पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, डॉ. सच्चिदानंद भारत, पर्यावरणविद् श्री राजेन्द्र सिंह बिष्ट, डॉ. अशोक नायक समेत विभिन्न विशेषज्ञों ने भी अपने सुझाव रखे।
