जिनके पास भविष्य को लेकर कोई नजरिया नहीं होता, वो गड़े मुर्दे उखाड़ते रहते हैं: राहुल गांधी।
 
        देहरादून 10 सितंबर 2022,
तमिलनाडु: कांग्रेस की तमिलनाडु के कन्याकुमारी से काश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा के बीच राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा जन संवाद का माध्यम है। इससे विपक्षी एकजुटता में मदद मिलेगी। राहुल ने कहा कि पदयात्रा यह समझने की कोशिश है कि जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह यात्रा भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई की कोशिश है। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस नेताओं द्वारा दी गई प्रतिक्रिया पर उन्होंने कहा कि इस यात्रा के लिए भाजपा और आरएसएस के अपने मत हो सकते हैं, लेकिन उनकी विचारधारा ने देश का जो नुकसान किया है, देश में जिस प्रकार नफरत फैलाई है, हमारी यह यात्रा उसके खिलाफ है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी संस्थाएं अब भाजपा के नियंत्रण में हैं और उनका विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के सवाल पर राहुल गांधी कहा कि मैंने अपने निर्णय ले लिया है, मैं बहुत स्पष्ट हूं, जब पार्टी के चुनाव होंगे तब जवाब दूंगा। राजपथ का नाम बदल कर कर्तव्य पथ किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि, जिनके पास भविष्य को लेकर कोई नजरिया नहीं होता वो गड़े मुर्दे उखाड़ते रहते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि अतीत में झांकने से नहीं , वर्तमान में कदम उठाने से देश बचेगा।
कांग्रेस नेता राहुल ने कहा कि वह कांग्रेस के सदस्य के रूप में और पार्टी विचारधारा में विश्वास करने वाले व्यक्ति के रूप में इस यात्रा का हिस्सा बने हैं तथा वह इस यात्रा का नेतृत्व नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी समेत 119 नेताओं को भारत यात्री नाम दिया है जो कन्याकुमारी से पदयात्रा करते हुए कश्मीर तक जाएंगे। ये लोग कुल 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ कई अन्य वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता शिरकत कर रहे हैं।

 
                         
                 
                 
                 
                 
                 
                