देहरादून 17 अक्टूबर 2021,
दिल्ली: कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कांग्रेस पार्टी के असंन्तुष्ट जी-23 के अधिकांश नेताओं को पार्टी के पक्ष में कर लिया गया है। एक-दो नेता जरूर अभी भी विरोध में खड़े हैं। लेकिन ज्यादातर नेता या तो पार्टी के साथ आ गए हैं या फिर जी-23 से अलग होकर बहुत जल्द पार्टी की मुख्यधारा के साथ आ जाएंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि देश की इतनी बड़ी पार्टी महज 23 नेताओं के विरोध करने से न तो खत्म हो सकती है न ही उसे कमजोर किया जा सकता है।
गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को आयोजित कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में न सिर्फ सोनिया गांधी में आस्था व्यक्त की, बल्कि उनके अध्यक्ष पद पर बने रहने पर कोई सवालिया निशान तक नहीं उठाया। इसी तरीके से आनंद शर्मा को भी पार्टी ने अपने खेमे में करने के लिए कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ आगे बढ़ाने की तैयारियां की। कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक को कांग्रेस की कई अहम कमेटियों में स्थान देकर वापस लाया गया।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी कांग्रेस के नाराज नेताओं में शामिल थे। कांग्रेस पार्टी ने उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा को उत्तर प्रदेश की स्क्रीनिंग कमेटी में सदस्य बनाया है। भूपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस की अहम कमेटियों में जिम्मेदारी देकर मना लिया गया है।
वीरप्पा मोइली ने कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी में आस्था जताते हुए जी-23 से किनारा कर लिया है।