देहरादून 14 नवंबर 2021,
दिल्ली: 14 नवंबर स्वतंत्र भारत के प्रथम पप्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 132वीं जयंती के अवसर पर संसद में एक भव्य समारोह रखा गया। कांग्रेस की कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी , राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेताओं ने संसद के सेंट्रल हॉल में जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
14 नवंबर को संसद में आयोजित इस समारोह में विपक्ष के अनेक नेताओं ने शिरकत करी। लेकिन एक भी केंद्रीय मंत्री शामिल नहीं हुआ। जिसको लेकर कांग्रेस ने नाराजगी व्यक्त की है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एवं चीफ व्हिप जयराम रमेश ने कहा, ‘राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष इस समारोह में अनुपस्थित रहे। एक भी मंत्री शामिल नहीं हुआ. क्या इससे ज्यादा भी कुछ नृशंस हो सकता है।
विपक्षी नेताओं ने भी इसकी निंदा की. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने लिखा कि मुझे इससे ज्यादा आश्चर्य नहीं हो सकता है। यह शासन एक न एक दिन संसद सहित भारत की महान संस्थाओं को नष्ट कर देगी।
देश की स्वतंत्रता के 75 सालों के जश्न के लिए बनाए गए आजादी का अमृत महोत्सव के पोस्टर से भी पंडित नेहरू की तस्वीर हटाए जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी।