December 18, 2025

14 फरवरी को होने वाले चुनाव में बेईमानी भ्रष्टाचार , वंशवाद परिवारवाद को ब्लॉक, और संप्रदायवाद तुष्टीकरण को देवभूमि से बाहर का रास्ता दिखा दें: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

देहरादून 10 फरवरी 2022,

उत्तराखंड: श्रीनगर गढ़वाल में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, पिछले दिनों वर्चुअल रैली के माध्यम से आपसे मिलता तो था। मैं दिल्ली में होता जरूर था, लेकिन मेरा मन उत्तराखंड के लिए ही भागता था। जब मनोरथ सच्चा हो तो बाबा केदारनाथ बद्रीनाथ जी सच्ची इच्छा को पूरा कर ही देते है। उनके आशीर्वाद से मौसम ने भी मुझे आपके बीच आने आपके दर्शन करने का सौभाग्य दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि , देवभूमि से मेरा पुराना नाता रहा है। 2019 में चुनाव का आखिरी दौर चल रहा था, मैं खुद काशी से चुनाव लड़ रहा था, वहां मतदान होना था, लेकिन बाबा केदार ने मुझे पुकारा मैं यहां चला आया था। उन्होंने सीडीएस बिपिन रावत का स्मरण करते हुए कहा कि उत्तराखंड के लोगों ने हमेशा सजग प्रहरी की तरह देश की रक्षा की है। आज पौड़ी गढ़वाल के ऐसे ही वीर सपूत जनरल बिपिन रावत की स्मृतियां मुझे भावुक कर रही हैं। उन्होंने देश को दिखाया कि उत्तराखंड के लोगों के पास न केवल पहाड़ जैसा साहस होता है, बल्कि हिमालय जैसी ऊंची सोच भी होती है।

उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी किए गए घोषणा पत्र ‘दृष्टिपत्र ” का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कल ही उत्तराखंड भाजपा ने अपना संकल्प पत्र जारी किया है। ये संकल्प पत्र, इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगा। इसमें उत्तराखंड के विकास के लिए, यहां के युवाओं, महिलाओं, किसानों, सभी के लिए नए संकल्प लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये देवभूमि के प्रति मेरी भक्ति लगाव है, यहां से सदा सर्वदा एक ऊर्जा प्रेरणा मिलती है।

कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि , इतने सालों तक ये सत्ता में थे, लेकिन ‘वन रैंक वन पेंशन’ को लेकर झूठ बोलते रहे। ये हमारी ही सरकार है जिसने ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की व्यवस्था लागू की। ये भी भाजपा सरकार ही है, जो देहरादून में उत्तराखंड के शहीदों के सम्मान में ‘सैन्य धाम’ बना रही है. इन पांच सालों में उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार ने इतना काम किया है कि अब ब्रेक लगाने वालों को भी वही वादे करने पड़ रहे हैं ।

कांग्रेस पर हमलावर रुख दिखाते हुए कहा कि, जब ये सत्ता में थे, तब इनको कभी ‘चारधाम’ की याद नहीं आई। जिन्हें यहां आस्था ही नहीं थी, उन्हें भी अब चारधाम की याद क्यों आ रही है? क्योंकि, उन्हें ये कुर्सी हासिल करने का रास्ता लग रहा है। जबकि भाजपा के लिए चारधाम देवभूमि का विकास आस्था, संस्कृति जनसेवा का विषय है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की जनता 14 फरवरी को होने वाले चुनाव में बेईमानी भ्रष्टाचार , वंशवाद परिवारवाद को ब्लॉक कर दे, और संप्रदायवाद तुष्टीकरण को देवभूमि से बाहर का रास्ता दिखा दें।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright2017©Spot Witness Times. Designed by MTC, 9084358715. All rights reserved. | Newsphere by AF themes.