छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 16 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण:रीता उर्फ डोडी सुक्की और राहुल पुनेम हैं आठ-आठ लाख रुपए के इनामी,
Chattishgarh, 02 Jun 2025,
छत्तीसगढ़: सुकमा जिले में सोमवार को 16 इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से कुछ पर कुल 25 लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था।
बताया गया कि, आत्मसमर्पण करने वालों में माओवादियों की केंद्रीय क्षेत्रीय समिति (सीआरसी) कंपनी नंबर दो की सदस्य रीता उर्फ डोडी सुक्की (36) और माओवादियों की पीएलजीए बटालियन नंबर एक के एक पार्टी सदस्य राहुल पुनेम (18) के सर पर आठ-आठ लाख रुपए का इनाम था। उन्होंने बताया कि इसके अलावा लेकम लखमा (28) पर तीन लाख रुपये तथा तीन अन्य नक्सलियों के सर पर दो-दो लाख रुपए इनाम था।
सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि एक महिला समेत सभी 16 नक्सलियों ने माओवादियों की अमानवीय विचारधारा और स्थानीय आदिवासियों पर नक्सलियों के अत्याचारों से तंग आकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 50 हजार रुपए की सहायता प्रदान की गई है। तथा सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास भी किया जाएगा। पिछले साल बस्तर क्षेत्र में 792 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से नौ नक्सली चिंतलनार पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत केरलापेंदा ग्राम पंचायत के हैं। छत्तीसगढ़ इस आत्मसमर्पण के साथ ही यह गांव नक्सलवाद से मुक्त हो गया है।
छत्तीसगढ़ की नई नक्सल आत्मसमर्पण/पीड़ित सहायता एवं पुनर्वास नीति-2025 के तहत राज्य सरकार ने ‘एलवद पंचायत योजना’ शुरू की है, जिसमें उन ग्राम पंचायतों के लिए एक करोड़ रुपये के विकास कार्य स्वीकृत करने का प्रावधान है, जो अपने क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने में मदद करेंगे तथा खुद को माओवाद मुक्त घोषित करने का प्रस्ताव पारित करेंगे।
राज्य सरकार द्वारा हाल ही में प्रोत्साहन योजना शुरू किए जाने के बाद जिले में यह दूसरी ऐसी ग्राम पंचायत है, जो इस समस्या से मुक्त हुई है। इस वर्ष अप्रैल माह में बड़ेसट्टी ग्राम पंचायत को नक्सल मुक्त घोषित किया गया था, जब वहां के सभी नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
