1971 के युद्ध में मिली जीत को याद करते हुए आज ‘विजय दिवस’ मनाया गया।
 
        देहरादून 16 दिसंबर 2024,
भारत को पूर्वी पाकिस्तान (अब बंगला देश) के साथ हुए 1971 के युद्ध में मिली जीत को याद करते हुए आज ‘विजय दिवस’ मनाया गया। 1971 के युद्ध में भारतीय सेना ने 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को सरेंडर करवाया था। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सैनिकों के सरेंडर करने की सबसे बड़ी संख्या थी। साथ ही पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तानी क्रूरता से छुटकारा दिलाया था और आज के बांग्लादेश को आजादी दिलाई थी।
‘विजय दिवस’ के मौके पर इंडियन आर्मी ने भी एक वीडियो साझा किया। जिसमें भारतीय सेना के जीत की झलकियां है। साथ ही एक मैसेज भी लिखा। इंडियन आर्मी के एक्स हैंडल पर लिखा गया, “विजय दिवस 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की निर्णायक जीत का प्रतीक है, एक ऐसी जीत जिसने भारत के सैन्य इतिहास को नया आकार दिया और एक नए राष्ट्र बांग्लादेश को जन्म दिया, जबकि पाकिस्तान के लोगों पर लगातार अत्याचार और क्रूरता को समाप्त किया।
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1971 के युद्ध के शहीद भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दी है। श्री मोदी ने एक्स पर लिखा, “आज विजय दिवस पर हम उन बहादुर सैनिकों के साहस और बलिदान का सम्मान करते हैं जिन्होंने 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत में योगदान दिया। उनके निस्वार्थ समर्पण और अटूट संकल्प ने हमारे देश की रक्षा की और हमें गौरव दिलाया। यह दिन उनकी असाधारण वीरता और उनकी अडिग भावना को श्रद्धांजलि है। उनका बलिदान हमेशा पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और हमारे देश के इतिहास में गहराई से समाया रहेगा।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दिन को याद करते हुए ट्वीट किया, “आज विजय दिवस के खास मौके पर देश भारत के सशस्त्र बलों की बहादुरी और बलिदान को सलाम करता है। उनके अटूट साहस और देशभक्ति ने सुनिश्चित किया कि हमारा देश सुरक्षित रहे। भारत उनके बलिदान और सेवा को कभी नहीं भूलेगा।”
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विजय दिवस के अवसर पर देहरादून के गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने 1971 के युद्ध में न केवल राष्ट्र की अखंडता और स्वाभिमान की रक्षा की बल्कि अपने अद्वितीय रण कौशल द्वारा दुश्मन को चारों खाने चित्त किया।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने विजय दिवस के गौरवशाली अवसर पर कहा , हमारे सशस्त्र बलों के शौर्य, समर्पण और संकल्प को मैं नमन करता हूं। भारत की संप्रभुता की रक्षा करते हुए बांग्लादेश को अन्याय से मुक्त करवाने वाले, 1971 के युद्ध के सभी वीरों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को देश सदा याद रखेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने भाजपा नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि – जहां पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को विभाजित किया और 1 लाख सैनिकों को पकड़ लिया, वहीं वर्तमान सरकार बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की रक्षा भी नहीं कर सकती।

 
                         
                 
                 
                 
                 
                 
                