भारामल मंदिर हत्याकांड: पुराना सेवादार निकला महंत का कातिल
 
        भारामल मंदिर हत्याकांड: पुराना सेवादार निकला महंत का कातिल, शराब पीने से रोकने पर बेरहमी से ली थी जानभारामल मंदिर में भंडारे के दिन तीनों आरोपी शराब पी रहे थे। इसका विरोध महंत ने किया तो आरोपियों ने जान लेकर अपना बदला पूरा किया।
जबकि दूसरे सेवादार नन्हे को गंभीर रूप से घायल कर दिया। नन्हें को मरा समझकर वह उसे छोड़कर चले गए थे। जबकि तीसरे सेवादार जगदीश ने पराली के ढेर में छिपकर जान बचाई थी।
उन्होंने बताया कि अभियुक्तों में पीलीभीत निवासी रामपाल और उसके भाई कालीचरण और पवन कुमार को शनिवार रात को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि रामपाल और कालीचरण सगे भाई हैं। कालीचरण करीब पांच साल पहले भारामल मंदिर में सेवादार रह चुका है। उसे भारामल मंदिर के सभी रास्ते मालूम थे। जबकि पवन कुमार पीलीभीत के सुनगड़ी थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है।

 
                         
                 
                 
                