उत्तराखंड , कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के अधिकारियों एवं देश की प्रतिष्ठित इंडस्ट्री टाटा टेक्नोलॉजी, फिलिप्स एवं श्नाइडर इलेक्ट्रिक की बैठक कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक का आयोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा के यमुना कालोनी स्थित शासकीय आवास में किया गया। विभागीय मंत्री श्री बहुगुणा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि, राज्य के मैदानी क्षेत्र के साथ-साथ पर्वतीय क्षेत्र के आईटीआई में भी होम ऑटोमेशन, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन कंट्रोल एवं बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम एवं प्रिसिशन मैन्युफैक्चरिंग दोनों सी.ओ.ई. का लाभ पर्वतीय क्षेत्र के युवाओं को भी दिए जाएं। उन्होंने इसकी कार्य योजना शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए, तथा इंडस्ट्री प्रतिनिधियों से कहा गया कि वे इस संबंध में प्रस्ताव उपलब्ध कराएं।
बैठक में विभागीय अधिकारियों द्वारा विभागीय मंत्री को अवगत कराया गया कि इंडस्ट्री की मांग के अनुसार इंडस्ट्री के माध्यम से वर्तमान में श्नाइडर इलेक्ट्रिक के सहयोग से आईटीआई काशीपुर में होम ऑटोमेशन, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन कंट्रोल एवं बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम के तीन माह के पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। जिनमें इंडस्ट्री के माध्यम से भेजे गए प्रशिक्षित प्रशिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है इसी प्रकार आईटीआई रोशनाबाद हरिद्वार में भी प्रिसिशन मैन्युफैक्चरिंग के अंतर्गत एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नीशियन (मिलिंग) एवं एडवांस मैन्युफैक्चरिंग टेक्निशियन (टर्निंग) के तीन माह के पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं दोनों सी.ओ.ई. में प्रशिक्षित होकर 90 फीसदी से अधिक युवा देश की प्रतिष्ठित इंडस्ट्री में रोजगार प्राप्त कर रहे हैं।
इस दौरान इंडस्ट्री प्रतिनिधियों द्वारा अवगत कराया गया कि इन सी.ओ.ई. में प्रशिक्षित युवा अधिक वेतन का रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। जिन इंडस्ट्री में यह कार्य कर रहे हैं उन इंडस्ट्री से भी उनके कार्य एवं व्यवहार का अच्छा फीड बैंक प्राप्त हो रहा है। इन सी.ओ.ई. की सफलता को देखते हुए विभाग द्वारा स्किल हब सहसपुर में फिलिप्स के सहयोग से प्रिसिशन मैन्युफैक्चरिंग एवं श्नाइडर के सहयोग से एडवांस इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी तथा फेस्टो के सहयोग से हाइड्रोलिक, न्यूर्मेटिक, मेकाट्रॉनिक्स एवं रोबोटिक्स के सी.ओ.ई. संचालित किए जाने हैं जो कि अंतिम चरण में है। विभागीय अधिकारियों द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि 13 आईटीआई में टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से इंडस्ट्री 4.0 की मांग के अनुसार पाठ्यक्रम प्रारंभ किये जाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। इसके लिए आवश्यक भवन बनाए जाने का प्रस्ताव नाबार्ड को प्रेषित कर दिया गया है।
मंत्री निर्देश दिए गए कि राज्य के मैदानी क्षेत्र के साथ-साथ पर्वतीय क्षेत्र के आईटीआई में भी होम ऑटोमेशन, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन कंट्रोल एवं बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम एवं प्रिसिशन मैन्युफैक्चरिंग दोनों सी.ओ.ई. का लाभ पर्वतीय क्षेत्र के युवाओं को भी दिए जाएं। हेतु कार्य योजना तैयार की जाए तथा इंडस्ट्री प्रतिनिधियों से कहा गया कि वे इस संबंध में प्रस्ताव उपलब्ध कराएं तथा जिन संस्थाओं में छात्रावास की सुविधा है उन संस्थानों को हब के रूप में विकसित किया जाए तथा जहां छात्रावास की सुविधा नहीं है उनको स्पोक के रूप में विकसित किया जाए ताकि राज्य के अधिकांश आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षणार्थियों को इंडस्ट्री की मांग के अनुसार नवीनतम तकनीक का प्रशिक्षण , नवीनतम मशीनों पर दिया जा सके तथा उन्हें रोजगार हेतु इंडस्ट्री से जोड़ा जा सके। साथ ही मंत्री द्वाराआईटीआई में इस वर्ष उत्तीर्ण होने वाले प्रशिक्षणार्थियों में से टॉपर प्रशिक्षणार्थियों को देश के अच्छे आईटीआई अथवा स्किल सेंटर में भ्रमण पर भेजा जाए।
इस दौरान सचिव कौशल विकास एवं संयोजन विजय कुमार यादव, फिलिप्स एजुकेशन से रक्षित केजरीवाल एवं स्नाइडर इलेक्ट्रिक से श्रीकांत राव एवं टाटा टेक्नोलॉजी से प्रशांत आदि मौजूद थे।
The youth of the hilly areas should also be given the benefit of courses on Home Automation, Industrial Automation Control and Building Management System and Precision Manufacturing in the ITIs of the hilly areas: Saurabh Bahuguna.