Chamoli , 01 Jun 2025,
चमोली जनपद में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी आज रविवार को सैलानियों के लिए खोल दी गई है। “फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान” है। जिसे अंग्रेजी में “वैली ऑफ़ फ्लावर्स” कहा जाता हैं। यह भारतवर्ष के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में है। फूलों की घाटी विश्व संगठन, यूनेस्को द्वारा सन् 1982 में घोषित विश्व धरोहर स्थल नन्दा देवी अभयारण्य नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान का एक भाग है। पहले दिन फूलों की घाटी के दीदार करने के लिए सैलानी पहुंचे हैं। सैलानियों का वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा फूलों की घाटी के मुख्य गेट पर स्वागत किया गया। जून महीने में 62 सैलानियों ने अभी तक रजिस्ट्रेशन करवाया है। यहां 300 से अधिक प्रजातियों के हिमालयी फूल खिलते हैं।

उल्लेखनीय है कि, “फूलों की घाटी ” एक भारतीय राष्ट्रीय उद्यान है जिसे 1982 में स्थापित किया गया था। यह उत्तराखंड राज्य के चमोली में स्थित है और यह स्थानिक अल्पाइन फूलों के मैदानों और वनस्पतियों की विविधता के लिए जाना जाता है। यह समृद्ध विविधता वाला क्षेत्र दुर्लभ और लुप्तप्राय जानवरों का भी घर है, जिसमें एशियाई काला भालू , हिम तेंदुआ , कस्तूरी मृग , भूरा भालू , लाल लोमड़ी और नीली भेड़ शामिल हैं। पार्क में पाए जाने वाले पक्षियों में हिमालयन मोनाल तीतर और अन्य उच्च ऊंचाई वाले पक्षी शामिल हैं।
“फूलों की घाटी ” समुद्र तल से 3,352 से 3,658 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। पार्क 87.50 किमी 2 में फैला है और लगभग 8 किमी लंबा और 2 किमी चौड़ा है। पार्क केवल गर्मियों के दौरान जून से अक्टूबर तक खुला रहता है और शेष वर्ष भारी बर्फ से ढका रहता है।