Delhi, 10 September 2025,
नेपाल में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के एक दिन बाद बुधवार सुबह से ही सेना के जवान प्रतिबंध के आदेश लागू करने और शांति बहाल करने के लिए काठमांडू और अन्य शहरों में तैनात हो गए। मंगलवार रात 10 बजे पूरे देश के सुरक्षा अभियानों की कमान संभालने वाली नेपाली सेना ने के पी शर्मा ओली के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद नेपाल में जारी अशांति को नियंत्रित करने के लिए काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर शहरों समेत देश भर के कई क्षेत्रों में प्रतिबंध लगा दिए हैं।
नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी युवाओं से बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की है। मंगलवार रात शीतल निवास में नेपाल आर्मी के प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल और युवा प्रतिनिधियों के बीच अनौपचारिक बैठक हुई । जिसके बाद अशोक राज सिग्देल अचानक से अहम भूमिका में आ गए हैं। पूरे देश की बागडोर उनके हाथों में आ गई है।
जनरल अशोकराज सिग्देल ने राष्ट्र के नाम संदेश दिया। इस संदेश में उन्होंने आंदोलनकारियों को बातचीत का ऑफर देते हुए उनसे प्रदर्शन स्थगित करने की अपील है। सेना प्रमुख की अपील के बाद फौज की मूवमेंट शुरू हुई है। इससे पहले राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में झड़पों और आगजनी में अब तक 22 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हैं।
नेपाली सेना ने लगाया कर्फ्यू
नेपाली सेना ने बुधवार को सुबह से शाम पांच बजे तक देशव्यापी प्रतिबंधात्मक आदेश लागू कर दिए और अगले दिन सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है। सेना ने चेतावनी दी है कि इस अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के प्रदर्शन, तोड़फोड़, आगजनी व व्यक्तियों या संपत्ति को निशाना बनाने वाले हमलों को आपराधिक गतिविधि माना जाएगा और उससे निपटा जाएगा। एम्बुलेंस, दमकल, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और सुरक्षा बलों सहित आवश्यक सेवाओं में लगे वाहनों और कर्मियों को प्रतिबंधात्मक आदेशों और कर्फ्यू के दौरान काम करने की अनुमति होगी। कोई कही जरूरी काम से जा रहा है तो मना नहीं किया जा रहा है।
काठमांडू की सड़कों पर सेना की बख्तरबंद गाड़ियां उतरी हैं। कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। त्रिभुवन एयरपोर्ट पर आर्मी का कंट्रोल है और सभी एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही बंद कर दी गई है। इस्तीफे के बाद पीएम केपी ओली अज्ञात जगह पर भेजे गए हैं। आंदोलनकारियों ने काठमांडू के मेयर बालेन शाह के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनाने की अपील की है। इसके अलावा नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुषमा कार्की भी देश की बागडोर संभाल सकती हैं।
कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया:-
मंगलवार को रात 10 बजे के बाद से काठमांडू की सड़कों पर फौज की मूवमेंट की शुरुआत हो गई। नेपाल आर्मी की कई बख्तरबंद गाड़ियां रात भर काठमांडू की सड़कों पर गश्त करती रहीं। इस बीच फौज ने कई उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया है। कुल मिलाकर अब नेपाल में हालात को काबू में करने की जिम्मेदारी फौज पर आ गई है।