उत्तराखंड के प्रदीप 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर प्रतिष्ठित राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2025 से नवाजे जाएंगे,
Delhi 17 November 2025,
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत पशुपालन और डेयरी विभाग ने राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार (एनजीआरए) 2025 के विजेताओं की घोषणा कर दी है। राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार पशुधन और डेयरी क्षेत्र के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मानों में से एक है। ये पुरस्कार केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और पंचायती राज मंत्रालय के मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह द्वारा प्रदान किए जाएंगे। इस अवसर पर राज्य मंत्री मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय प्रो. एसपी सिंह बघेल और जॉर्ज कुरियन भी उपस्थित रहेंगे। ये पुरस्कार 26 नवंबर 2025 को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस समारोह के दौरान प्रदान किए जाएँगे। इस वर्ष कुल 2,081 आवदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से पुरस्कार विजेताओं का चयन किया गया।
वर्ग 1,राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2025 ,देशी गाय/भैंस नस्लों का पालन करने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान
गैर-पूर्वोत्तर:
प्रथम श्री अरविन्द यशवन्त पाटिल, कोल्हापुर, महाराष्ट्र , द्वितीय डॉ. कंकनाला कृष्ण रेड्डी, हैदराबाद, तेलंगाना, तृतीय श्री हर्षित झूरिया, सीकर, राजस्थान, तृतीय कुमारी श्रद्धा सत्यवान धवन, अहमदनगर, महाराष्ट्र
पूर्वोत्तर/हिमालयी:
श्रीमती विजय लता, हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश
श्री प्रदीप पंगरिया, चंपावत, उत्तराखंड
वर्ग 2.सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन,
गैर-पूर्वोत्तर:
प्रथम मीनन गाडी क्षीरोलपदका सहकारण संघम लिमिटेड, वायनाड केरल,
द्वितीय कुन्नमकट्टुपति क्षीरोलपादक सहकारण संघम, पलक्कड़ केरल,
द्वितीय घिनोई दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति जयपुर राजस्थान,
तृतीय टीवाईएसपीएल 37 सेंदुरई मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, अरियालुर, तमिलनाडु
पूर्वोत्तर/हिमालयी:
कुल्हा दूध उत्पादक सहकारी समिति, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड
वर्ग 3.सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी)
गैर-पूर्वोत्तर:
प्रथम श्री दिलीप कुमार प्रधान, अनुगुल, ओडिशा
द्वितीय श्री विकास कुमार, हनुमानगढ़, राजस्थान
तृतीय श्रीमती अनुराधा चकली, नंद्याल, आंध्र प्रदेश
एनईआर/ हिमालयन:
श्री डेलुवर हसन, बारपेटा, असम
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2025 में प्रथम दो श्रेणियों अर्थात सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ किसान और डेयरी सहकारी/ दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक में योग्यता प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिन्ह और मौद्रिक पुरस्कार शामिल होंगे:
रु. 5,00,000/- (केवल पांच लाख रुपये) – प्रथम स्थान
रु. 3,00,000/- (केवल तीन लाख रुपये) – द्वीतीय स्थान
रु. 2,00,000/- (केवल दो लाख रुपये) – तृतीय स्थान
रु. 2,00,000/- (केवल दो लाख रुपये) – पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर)/हिमालयी राज्यों के लिए विशेष पुरस्कार।
सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी के मामले में, राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2025 में केवल योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा। कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी में कोई नकद पुरस्कार नहीं दिया जाएगा।
पृष्ठभूमि
दिसंबर 2014 में शुरू किया गया राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम) स्वदेशी गोजातीय नस्लों के वैज्ञानिक संरक्षण और विकास पर केंद्रित है। वर्ष 2021 से, विभाग दुग्ध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों/एमपीसी/एफपीओ और कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों (एआईटी) को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिवर्ष राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार (एनजीआरए) प्रदान कर रहा है।
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार (NGRA) 2025 के तहत जनपद चंपावत के श्री प्रदीप पंगरिया को सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान (पूर्वोत्तर/हिमालयी श्रेणी) के रूप में चयनित किया गया है।
वहीं सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/दूग्ध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन (पूर्वोत्तर/हिमालयी श्रेणी) में कुल्हा दूग्ध उत्पादक सहकारी समिति ऊधमसिंह नगर को चयनित किया गया है।
