जिला प्रशासन ने विधवा शांति राणा को दी 4 लाख की राहत, बैंक ऋण हुआ समाप्त
पति की आकस्मिक मृत्यु के बाद कठिन परिस्थितियों से जूझ रही विधवा शांति राणा को जिला प्रशासन ने मानवीय संवेदनशीलता दिखाते हुए बड़ी राहत दी है। आर्थिक तंगी, छोटे बच्चों की जिम्मेदारी और ई-रिक्शा ऋण के बोझ से परेशान शांति राणा की सहायता के लिए जिला प्रशासन ने सीएसआर फंड से 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदान की है, जिससे उनका बैंक ऋण पूर्ण रूप से निपट गया।
जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में शांति राणा ने अपनी व्यथा साझा की थी। उन्होंने बताया कि परिवार की आजीविका के लिए उनके पति मनबहादुर ने ई-रिक्शा खरीदने हेतु ऋण लिया था, लेकिन दुर्घटना में उनके निधन के बाद परिवार की आय का स्रोत समाप्त हो गया। तीन छोटे बच्चों की परवरिश और सीमित संसाधनों के चलते ऋण की किश्तें भरना उनके लिए असंभव हो गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके तहत सहायता राशि शांति राणा के बैंक खाते में हस्तांतरित की गई। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने शांति राणा को योग्यता अनुसार रोजगार से जोड़ने तथा उनकी बेटी अंशिका की शिक्षा का खर्च जिला प्रशासन द्वारा वहन करने के निर्देश भी दिए हैं। संबंधित विभागों को पीड़िता को सभी पात्र शासकीय योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा लाभों से जोड़ने के आदेश दिए गए हैं।
जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि ऐसे संवेदनशील मामलों में मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि उन्हें तात्कालिक राहत के साथ भविष्य में आत्मनिर्भर बनाया जा सके।