दिल्ली , यूनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने अडानी समूह के संस्थापक गौतम एड के साथ-साथ अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एज़्योर ग्लोबल लिमिटेड के प्रमुख सहयोगी अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं।
इन लोगों के खिलाफ प्रतिभूति और वायर धोखाधड़ी और सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपों से जुड़ी एक योजना में शामिल होने का आरोप है। यूएस प्रोसीक्यूटर ने अडानी ग्रुप के फाउंडर गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के एग्जेक्युटिव, सिरिल कैबनीज, अजूर पॉवर ग्लोबल लिमिटेड के एग्जेक्युटिव को आरोपी बनाया है।
यूनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारते हुए अडानी समूह ने स्पष्ट किया है कि कंपनी को लेकर अमेरिकी सरकार की रिपोर्ट अदाणी ग्रीन एनर्जी के तहत केवल एक कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ी है। जिसका मूल्य अदाणी ग्रीन एनर्जी के कुल कारोबार का लगभग 10 प्रतिशत ही है। समूह ने कहा कि उसकी 11 पब्लिक कंपनियों में से कोई भी किसी गलत काम में शामिल या आरोपी नहीं है।
अदाणी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर ‘रॉबी’ सिंह ने कहा कि अडानी समूह की कोई भी कंपनी सीधे तौर पर किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं है। मुख्य वित्तीय अधिकारी ने बयान में कहा, ‘अडानी समूह के अडानी ग्रीन के एक कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित कुछ खबरें छापीं गई है। अडानी ग्रीन के इस कॉन्ट्रैक्ट की वैल्यू , कुल कारोबार का लगभग 10 फ़ीसदी है। इससे जुड़ी ज़्यादा सटीक और व्यापक जानकार के विषय में हम उचित मंच पर विस्तार से बताएंगे।
समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी ने बयान में आगे कहा, ‘अडानी समूह के पास 11 पब्लिक कंपनियों का एक पोर्टफ़ोलियो है और उनमें से किसी पर भी कोई आरोप नहीं है। यानी, न्यूयॉर्क की अदालत में हाल ही में डीओजे लॉयर फ़ाइलिंग में किसी भी कानूनी कार्यवाही में प्रतिवादी नहीं हैं ।उक्त लीगल फ़ाइलिंग में इशूअरों यानी हमारे पोर्टफ़ोलियो की कंपनियों या विशिष्ट इशूअरों , जो पब्लिक कंपनियों की सहायक कंपनियां हैं, में से किसी पर भी किसी भी तरह का गलत काम करने का आरोप नहीं है। मीडिया ने छांट-छांटकर चुनने के ख़बर बनाने की कोशिश की गई है। हम मामले की विस्तार से समीक्षा करने के बाद उचित समय पर जवाब देंगे। अद ग्रुप ने कहा, ये महज़ आरोप हैं और इन्हें उसी तरह देखा जाना चाहिए. समूह ने तय किया है कि कानूनी कार्रवाई का रास्ता तलाशा जाएगा।
अडानी समूह ने एक बयान में कहा था, ‘अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं और हम इनका खंडन करते हैं।
इससे पहले शोर्ट सेलर्स कंपनी हिंडनबर्ग ने भी भी लगाए थे आरोपलगाया से बता दें कि इससे पहले भी अडानी ग्रुप की मुश्किलें बढ़ी। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज हुई थी।
Adani green energy
अडानी समूह की कोई भी कंपनी सीधे तौर पर किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं: अडानी ग्रीन एनर्जी के सीइओ की कड़ी प्रतिक्रिया।