दिल्ली, अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने एक बार फिर यमन पर हवाई हमले किए हैं। हूति के टीवी चैनल की खबर के मुताबिक, अमेरिका और ब्रिटेन के सहयोगी बलों ने यमन की राजधानी सना और अमरान प्रांत पर हमला किया है। हवाई हमलों की कुल संख्या 10 बताई जा रही है। कपेंटागन अमेरिका ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि उसने उन ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें हौथियों ने हथियार जमा कर रखे थे, जिनका इस्तेमाल लाल सागर और अदन की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय जलमार्गों से गुजरने वाले सैन्य और नागरिक जहाजों को निशाना बनाने के लिए किया जाता था। दोनों देश जनवरी से लगातार यमन पर हमले कर रहे हैं।
अमेरिकी और ब्रिटिश सुरक्षा बलों के हमलों का उद्देश्य हूति विद्रोहियों को लाल सागर से गुजरने वाले इजरायली जहाजों पर हमला करने से रोकना है, लेकिन इसमें कोई कमी नहीं दिख रही है। हूति के मुताबिक, जुलाई में होदेइदाह प्रांत में हुए हमलों में कम से कम 16 लोग मारे गए थे।अमेरिका और ब्रिटेन की ओर से यह कार्रवाई तब की गई जब हूतियों ने इजराइल के नेवातिम एयरबेस पर 2 फिलिस्तीनी हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। हमले के बाद अंसार अल्लाह राजनीतिक ब्यूरो के हिजाम अल-असद ने जोर देकर कहा कि यह हमला यमन के गाजा और लेबनान को समर्थन जारी रखने के दृढ़ संकल्प को और मजबूत करेगा, और चेतावनी दी कि निश्चित रूप से जवाबी कार्रवाई होगी।
वहीं लेबनान में इजरायली हमले जारी हैं। लेबनान पर इजरायली हवाई हमलों में हताहतों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिसमें नागरिक भी शामिल हैं। इजरायल ने लेबनान पर किए गए हमले में कई बच्चों समेत कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई है। लेबनान के दक्षिणी बंदरगाह शहर टायरे पर इजरायल ने भीषण हवाई हमला किया है। इस हमले में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई।
डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति पद पर जीतने के बाद अमेरिका ने लेबनान में शांति स्थापित करने के प्रयासों में तेजी ला दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन लेबनान का दौरा करेंगे, जहां वो युद्ध विराम के लिए बातचीत करेंगे। लेबनान पर इजरायली हमलों की एक श्रृंखला में शुक्रवार को बारह लोग मारे गए और 10 अन्य घायल हो गए। इजरायल ने गाजा में स्थित एक स्कूल पर हमला किया है, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई है।
American & British Army attack
अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने एक बार फिर यमन में हूति ठिकानो पर किया हवाई हमला।