दिल्ली , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम् में,’भारत टेक्सटाइल 2025′ के दूसरे आयोजन का शुभारंभ करते हुए कहा, हमने जो बीज रोपा है, आज वो वट वृक्ष बनने की राह पर तेज गति से बढ़ रहा है। भारत टेक्सटाइल अब एक मेगा ग्लोबल टेक्सटाइल्स इवेंट बन रहा है। इस बार वैल्यू चेन का पूरा स्पेक्ट्रम , इससे जुड़े 12 समूह एक साथ यहाँ हिस्सा ले रहे हैं। एसेसरीज गारमेंट मशीनरी केमिकल और डाइज्स का भी प्रदर्शन किया गया है। भारत टेक्सटाइल , दुनियाभर के पॉलिसी मेकर्स, सीईओ, और इंडस्ट्री लीडर्स के लिए इंगेजमेंट क्वालिफिकेशन और पार्टनर शिप का एक बहुत ही मजबूत मंच बन रहा है।
पिछले वर्ष भारत के टेक्सटाइल और अपारल एक्सपोर्टस में 7 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है। आज हम दुनिया के छठे सबसे बड़े टेक्सटाइल और अपारल एक्सपोर्टर हैं। हमारा टेक्सटाइल निर्यात 3 लाख करोड़ रुपए तक पहुँच चुका है। अब हमारा लक्ष्य है- 2030 तक हम इसे 9 लाख करोड़ रुपए तक लेकर जाएंगे। टेक्सटाइल देश में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर देने वाली इंडस्ट्रीज़ में से एक महत्वपूर्ण इंडस्ट्री है। भारत की मैन्युफैक्चरिंग में ये सेक्टर 11 परसेंट का योगदान दे रहा है।
प्रधानमंत्री बोले, हम स्वदेशी कार्बन फाइबर और उससे बने उत्पादों को बढ़ावा दे रहे हैं। भारत हाई ग्रेड कार्बन फाइबर बनाने की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है। इन प्रयासों के साथ ही, टेक्सटाइल सेक्टर के लिए जो नीतिगत फैसले चाहिए, हम वो भी ले रहे हैं। जैसे कि, इस साल के बजट में एमएसएमइ के क्लासिफिकेशन क्राइटेरिया में बदलाव करके इसका विस्तार किया गया है। साथ ही क्रेडिट अवेलेबिलिटी बढ़ाई गई है। हमारा टेक्सटाइल सेक्टर, जिसमें 80 परसेंट योगदान हमारे एमएसएमइ का ही है, उसको इसका बहुत बड़ा लाभ मिलने वाला है।
प्रधानमंत्री ने कहा, सैकड़ों वर्ष पहले जब भारत समृद्धिके शिखर पर था, हमारी उस समृद्धि में टेक्सटाइल इंडस्ट्री की बहुत बड़ी भूमिका थी। आज जब हम विकसित भारत का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं, तो एक बार फिर टेक्सटाइल सेक्टर का इसमें बहुत बड़ा योगदान होने वाला है। भारत भारत टेक्सटाइल 2025 जैसे आयोजन इस सेक्टर में भारत की स्थिति को मजबूत बना रहे हैं।