दिल्ली , केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री, महेंद्र नाथ पांडेय ने भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड बीएचईएल दिवस के अवसर पर नवनिर्मित “बीएचईएल सदन” का उद्घाटन करते हुए कहा कि, बीएचईएल ऊर्जा, रक्षा, अंतरिक्ष और इनफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस दौरान विद्युत् एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर , सचिव – भारी उद्योग मंत्रालय कामरान रिज़वी, संयुक्त सचिव – भारी उद्योग मंत्रालय,विजय मित्तल, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बीएचईएल के. सदाशिव मूर्ति , निदेशक गण एवं अन्य अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित थे।
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि, बीएचईएल की स्थापना देश को बिजली की बड़ी मशीनें बनाने में आत्मनिर्भर बनाने के लिए की गई थी। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि आज बीएचईएल राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए भारत की अर्थव्यवस्था में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। यह अपने विद्युत एवं अन्य सेक्टर्स के अलावा भारतीय रक्षा बलों के लिए भी महत्वपूर्ण उपकरणों और हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। बीएचईएल भारतीय नौसेना के लिए उन्नत एसआरजीएम गन्स की आपूर्ति कर रहा है जो कि युद्धक जहाजों के लिए अग्रिम पंक्ति के हथियार हैं।
इसरो के सफल चंद्रयान 3 मिशन में भी बीएचईएल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बीएचईएल ने इसके लिए बैटरियों और टाइटेनियम प्रोपेलेंट टैंकों की आपूर्ति की है। देखा जाए तो बीएचईएल न केवल ऊर्जा और इनफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयासरत है बल्कि यह रक्षा और अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है
।