Congress President Mallikarjun Kharge questions RBI’s report of 2.1 crore increase in employment from 2012 to 2019!
 
        दिल्ली , कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार देश में 2012 और 2019 के दौरान रोज़गार में 2.1 करोड़ की वृद्धि होने की रिपोर्ट पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए रोजगार के आंकड़े और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के आंकड़े परस्पर विरोधी हैं। जबकि दोनों का स्रोत आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पिरियडिक लेबर फोर्स सर्वे) है। नौकरियों पर एक के बाद एक झूठ बोलकर, संवैधानिक संस्था युवाओं के जले पर नमक छिड़क रहें हैं ! आरबीआई के संदिग्ध आँकड़ों के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी से 3 सवाल पूछे हैं?
* ऐसा क्यों है कि आपने 10 वर्षों में 20 करोड़ नौकरियों का वादा कर, 12 करोड़ से ज़्यादा नौकरियाँ छीन ली ? आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार 2012 और 2019 के बीच में रोज़गार में 2.1 करोड़ की वृद्धि हुई, पर अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की रिपोर्ट कहती है कि ये वृद्धि केवल 2 लाख है, जबकि दोनों ही रिपोर्टों का मुख्य स्त्रोत सरकारी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पिरियडिक लेबर फोर्स सर्वे) सर्वे ही है। तो फ़िर सच्चाई क्या है?
* क्या ये सच नहीं है कि सरकारी पीएलएफएस डाटा के मुताबिक़, जिसके स्त्रोत का आरबीआई हवाला दे रहा है, उसमें 37% ‘कामकाजी’ महिलाएं अवैतनिक हैं? ग्रामीण क्षेत्र में ये आँकड़ा 43% के भयावह स्तर पर है।
* क्या ये सही नहीं है कि सरकार के ही एनुअल सर्वे आफ अन इनकारपोरेट सेक्टर एन्टरप्राइसेस (एएसयूएसई) के अनुसार नोटबंदी, जीएसटी और कोविड-19 के तिगुने प्रभाव के कारण अनौपचारिक मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में 7 वर्षों में 54 लाख नौकरियां खत्म हो गईं?
कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल उठाया कि, अगर आरबीआई का डाटा मान भी ले, तो ये कोई ख़ुशी की बात नहीं है कि महामारी के कारण जो फैक्ट्री-कर्मचारी, शिक्षक, छोटे दुकानदार आदि जैसे लोग अपने गाँव चले गए थे, उन्हें खेतिहर मज़दूर की तरह काम करना पड़ रहा है। आरबीआई की रिपोर्ट बताती है कि 2019-20 से 2022-23 बीच ऐसे 2.3 करोड़ लोग हैं, जो अपने रेग्युलर काम पर नहीं लौटे।
यह स्पष्ट नहीं है कि आरबीआई अपने 2023-24 नंबरों पर कैसे पहुंचा, यह देखते हुए कि उसने सेक्टर-वार ब्रेकअप का खुलासा नहीं किया, कुछ ऐसा जो उसने पिछले वर्षों में किया था। खड़गे ने कहा कि, मोदी जी, सालाना दो करोड़ नौकरियाँ देने के वादे को आरबीआई के फ़र्ज़ी रिपोर्टों से मत छिपाईये !
Congress President Mallikarjun Kharge questions RBI’s report of 2.1 crore increase in employment from 2012 to 2019!

 
                         
                 
                 
                 
                 
                 
                