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रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। - Separato Spot Witness Times
राष्ट्रीय समाचार

रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

दिल्ली, जर्मनी के चांसलर की 7वें अंतर-सरकारी परामर्श के लिए भारत की यात्रा पर हैं। दोनों देशों के बीच आपराधिक मामलों में पारस्परिक कानूनी सहायता संधि , वर्गीकृत सूचना के आदान-प्रदान और पारस्परिक संरक्षण पर समझौता ,भारत-जर्मनी हरित हाइड्रोजन रोड मैप ,नवाचार और प्रौद्योगिकी पर रोड मैप, रोजगार और श्रम के क्षेत्र में संयुक्त आशय घोषणा , उन्नत सामग्रियों पर अनुसंधान एवं विकास में संयुक्त सहयोग के लिए संयुक्त आशय घोषणा, सभी के लिए भारत-जर्मनी हरित शहरी गतिशीलता साझेदारी पर संयुक्त आशय घोषणा, कौशल विकास तथा व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन, जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने अपनी भारत यात्रा के दौरान रूस-यूक्रेन संघर्ष में शांति के लिए भारत के प्रयासों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने मध्य पूर्व में युद्ध विराम का आह्वान किया। शोल्ज ने द्विपक्षीय संबंधों में वृद्धि पर जोर दिया और पीएम मोदी ने भी भारत की शांति बहाली की प्रतिबद्धता दोहराई।

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रेस वार्ता में कहा कि,‌ रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है। क्लासिफाइड इनफॉरमेशन के एक्सचेंज पर बनी सहमति इस दिशा में एक नया कदम है। आज संपन्न की गई म्युचुअल लीगल अस्सिटेंस से आतंकवाद और अलगाववादी तत्वों से निपटने में हमारे साझा प्रयास सशक्त होंगे। ग्रीन एंड सस्टेनेबल ग्रोथ के साझा कमिटमेंट पर दोनों देश निरंतर कार्यरत हैं। आज, हमारी ग्रीन और सस्टेनेबल डेवलपमेंट पार्टनरशिप को आगे बढ़ाते हुए, हमने ग्रीन अर्बन मोबिलिटी पार्टनरशिप के दूसरे चरण पर सहमति बनाई है। और, ग्रीन हाइड्रोजन रोडमैप भी लॉंच किया है।

यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष, हम दोनों के लिए चिंता के विषय हैं। भारत का हमेशा मत रहा है, कि युद्ध से समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता। और शांति की बहाली के लिए भारत हर संभव योगदान देने के लिए तैयार है। इन्डो-पैसिफिक क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के तहत फ्रीडम ऑफ़ नेवीगेशन और रूल ऑफ़ लॉ सुनिश्चित करने पर हम दोनों एकमत हैं। हम इस बात पर भी सहमत हैं, कि बीसवीं सदी में बनाये गए ग्लोबल फोरम, इक्कीसवीं सदी की चुनौतियों से निपटने में सक्षम नहीं हैं। यूएन सिक्योरिटी काउंसिल सहित अन्य मल्टी-लेटरल संस्थानों में रिफॉर्म्स की आवश्यकता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आज हमने स्किलिंग और वोकेशनल एजुकेशन में मिलकर काम करने का निर्णय लिया है। आईआईटी चेन्नई और ड्रेसडेन विश्वविद्यालय में भी समझौता संपन्न हुआ है जिससे हमारे स्टूडेंट दोहरी डिग्री का लाभ उठा पाएंगे। भारत की युवा शक्ति, जर्मनी की प्रगति और समृद्धि में योगदान दे रही है। हम जर्मनी द्वारा भारत के लिए जारी की गयी “स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी” का स्वागत करते हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे युवा टैलेंट पूल को जर्मनी के विकास में योगदान देने के बेहतर अवसर मिलेंगे। भारतीय टैलेंट की कैपेसिटी और कैपेबिलिटीमें इस विश्वास के लिये मैं चांसलर शोल्ज़ का अभिनन्दन करता हूँ।

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज भारत की तीन दिन की यात्रा पर आए हुए हैं। शोल्ज ने शुक्रवार को रूस-यूक्रेन संघर्ष में शांति के लिए भारत के प्रयासों की सराहना की। शोल्ज ने कहा कि शांतिपूर्ण समाधान की तलाश में सभी हितधारकों से बात करने के भारत के प्रयासों सराहनीय हैं। शोल्ज ने मध्य पूर्व में युद्ध विराम का भी आह्वान किया। भारतीय प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के बाद जर्मन चांसलर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैं यूक्रेन में स्थायी, न्यायपूर्ण शांति की वकालत करने और इसमें योगदान देने के लिए सभी पक्षों के साथ अपने विश्वसनीय संबंधों का उपयोग करने में भारत का स्पष्ट रूप से समर्थन करता हूं। साझेदारों के रूप में, भू-राजनीतिक मुद्दों सहित कई विषयों पर सीधे बात करने में सक्षम होना महत्वपूर्ण है। उल्लेखनीय है कि जर्मन चांसलर की टिप्पणी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी द्वारा यूक्रेन की स्थिति के संबंध में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिंताओं की सराहना करने के कुछ दिनों बाद आई है।

 

Growing cooperation in defence and security sectors is a symbol of our deep mutual trust: Prime Minister Narendra Modi.

 

रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

 

 

 

 

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