हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा विधानसभा भंग कर दी है। राज्यपाल ने नायब सैनी को नई सरकार बनने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने को कहा है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक राज्य सरकार छह माह के अंतराल में विधानसभा का सत्र कराने में असफल रही है। जिससे सरकार के समक्ष संवेधानिक संकट खड़ा हो गया था। संवैधानिक संकट को टालने के लिए प्रदेश सरकार ने राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी।
बता दें कि राजभवन की ओर से आज वृहस्पतिवार को विधानसभा भंग करने की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में बुधवार शाम को मंत्रिमंडल की बैठक में विधानसभा भंग करने का निर्णय लेने के बाद राज्यपाल को इस संबंध में पत्र भेजा गया। हालांकि, मौजूदा 14वीं विधानसभा का कार्यकाल तीन नवंबर तक था, लेकिन संवैधानिक बाध्यता के चलते सरकार को पहले ही विधानसभा भंग करानी पड़ी।
हरियाणा में आखिरी विधानसभा सत्र 13 मार्च को हुआ था और संविधान के हिसाब से छह महीने के अंदर सत्र बुलाना जरूरी है। यह गुसमयरुवार को पूरा हो रहा था, जबकि विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में सरकार के पास विधानसभा सत्र बुलाने की बजाय विधानसभा भंग करने का ही विकल्प बचा था।
Haryana Assembly dissolved. Governor asked Nayab Saini to become acting Chief Minister.