दिल्ली: विभिन्न बिमारियों के उपचार में प्रयोग की जाने वाली कई दवाएं मानकों के अनुरूप खरी नहीं पाए जाने पर प्रतिबंधित कर दी गई हैं। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इन दवाओं के इस्तेमाल से लोगों की सेहत को खतरा पैदा हो रहा है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के 150 से भी अधिक दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह कार्रवाई एक विशेषज्ञ समिति और औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड से मिली सलाह के आधार पर की है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्रामाडोल, पैरासिटामोल, कैफीन और टॉरिन के कॉम्बिनेशन पर भी रोक लगा दी है। इन संयोजनों का उपयोग दर्द निवारक के रूप में किया गया है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने दवाओं पर प्रतिबंध लगाए जाने के संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। नोटिफिकेशन के मुताबिक, कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940 के सेक्शन 26(ए) के तहत इन सभी दवाओं की मैन्युफैक्चरिंग, बिक्री और प्रसार पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा प्रतिबंधित दवाओं में पैरासिटामोल 125एमजी+एसिक्लोफेनाक 50एमजी कॉम्बिनेशन वाले दवाओं का नाम भी शामिल किया गया है। इसके साथ-साथ सेट्रीजीन एचसीएल + पैरासिटामोल + फेनिलफ्रीन एचसीएल, मेफेनामिक एसिड + पैरासिटामोल इंजेक्शन, पैरासिटामोल + क्लोरफेनिरामाइन मैलेट + फेनिल प्रोपेनोलामाइन, लेवोसेट्रीजीन + फेनिलफ्रीन एचसीएल + पैरासिटामोल, और कैमिलोफिन डाइहाइड्रोक्लोराइड 25एमजी + पैरासिटामोल 300एमजी सहित अन्य दवाएं शामिल है।
Health Ministry banned more than 150 medicines.