Newyork, 23 September 2025,
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में भारत ने आपदा प्रबंधन और पूर्व चेतावनी प्रणाली को लेकर वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। भारत के सचिव (पश्चिम) और संयुक्त राष्ट्र में राजदूत सिबी जॉर्ज ने उच्च-स्तरीय खंड में भाग लेते हुए आह्वान किया कि, बढ़ते वैश्विक तापमान से होने वाली पर्यावरणीय आपदाओं से निपटने के लिए विश्व को सामूहिक प्रयास करने होंगे।
राजदूत सिबी जॉर्ज ने जलवायु परिवर्तन से बढ़ते तापमान से निपटने के लिए भारत की राष्ट्रीय ताप कार्य योजनाओं को एक प्रमुख ढाँचे के रूप में उल्लेख किया। उन्होंने जलवायु जोखिमों के प्रति भारत की घरेलू प्रतिक्रिया के एक हिस्से के रूप में अंतिम-मील अलर्ट और कम लागत वाले शीतलन समाधानों को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया।सिंगापुर, मालदीव, यूरोपीय संघ और फ़िनलैंड के प्रतिनिधियों के साथ इस सेशन में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि भारत पूर्व चेतावनी प्रणालियों, जोखिम न्यूनीकरण और आपदा प्रबंधन उपायों को मज़बूत करने के लिए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण में, भागीदारों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि बढ़ते वैश्विक तापमान ने संवेदनशील देशों को पर्यावरणीय आपदाओं के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील बना दिया है, और इस चुनौती से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई आवश्यक है।
इसके बाद, राजदूत जॉर्ज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में आयोजित राष्ट्रमंडल विदेश मंत्रियों की बैठक-2025 में भी भाग लिया। उन्होंने राष्ट्रमंडल चार्टर के मूल्यों और सिद्धांतों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई और संगठन को समकालीन समय की वास्तविकताओं को बेहतर ढंग से प्रतिबिंबित करने के लिए सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया। इसके अलावा, राजदूत जॉर्ज ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में फिलिस्तीन के शांतिपूर्ण समाधान और द्वि-राज्य समाधान के कार्यान्वयन पर उच्च स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जहाँ दोनों ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने कहा कि दोनों प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में निरंतर सहयोग के महत्व पर सहमत हुए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए कहा, “आज सुबह न्यूयॉर्क में विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मिलकर अच्छा लगा। हमारी बातचीत में कई द्विपक्षीय और वर्तमान चिंता के अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रगति के लिए निरंतर सहयोग के महत्व पर सहमति बनी। हम संपर्क में बने रहेंगे।”
विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी न्यूयॉर्क पहुंच गए हैं। वे 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से भारत की ओर से औपचारिक भाषण देंगे।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस 24 सितंबर को जलवायु शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे, जिसमें विश्व नेता अपनी नई राष्ट्रीय जलवायु कार्य योजनाएं पेश करेंगे और स्वच्छ ऊर्जा युग की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज 23 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र की सामान्य सभा को संबोधित किया। ट्रम्प ने कहा- दुनिया में जारी 7 जंग रुकवाने की जिम्मेदारी संयुक्त राष्ट्र की थी। लेकिन मैंने ये सभी जंग खत्म कराईं। राष्ट्रपति ट्रम्प ने एक बार फिर भारत-पाक युद्ध को रोकने का दावा किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अवैध प्रवासियों, अमेरिका के आर्थिक हालात, रूस-यूक्रेन जंग, इजराइल-हमास जंग, कार्बन फुट प्रिंट जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी। राष्ट्रपति के तौर पर उनके दूसरे कार्यकाल में वह पहली बार संयुक्त राष्ट्र सत्र को संबोधित करेंगे। इसके बाद उच्चस्तरीय बैठक 23 से 29 सितंबर तक चलेगी। इस बैठक में पहला वक्ता ब्राजील था ।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के शैडयूल्ड के मुताबिक चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश और इजरायल के 26 राष्ट्राध्यक्ष सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे।