Delhi 05 October 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव पर इजरायल-हमास के बीच गाजा में युद्धविराम पर सहमति बनने के बाद अब बंधक बनाए लोगों की जल्द घर वापसी होगी। सभी इजरायली बंदियों और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली को लेकर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों की सोमवार को बैठक होगी । जिसकी मेजबानी मिस्र करेगा।
मिस्र के उच्च अधिकारियों ने मिडिल ईस्ट में शांति की उम्मीद जताई है। यह बैठक लगातार दो वर्षों से जारी संघर्ष और फिलिस्तीनी लोगों की पीड़ा को खत्म करने में मदद करेगी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को उम्मीद जताई कि गाजा में बंद सभी इजरायली बंधकों को कुछ ही दिनों में रिहा किया जा सकता है। वहीं इजरायल के राष्ट्रपति नेतन्याहू ने कहा, “हम एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के कगार पर हैं। अभी यह अंतिम नहीं है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि आगामी सुक्कोट अवकाश के दौरान हम गाजा पट्टी में अपनी सैन्य उपस्थिति बनाए रखते हुए इजरायल के सभी जीवित और मृत बंधकों की रिहाई सुनिश्चित कर पाएंगे। सुक्कोट एक सप्ताह तक चलने वाला यहूदी अवकाश है, जो सोमवार शाम से शुरू हो रहा है। नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिकी प्रस्ताव के दूसरे चरण में “हमास को हथियार छोड़ने होंगे, चाहे वह सैन्य कार्रवाई से हो या कूटनीतिक माध्यम से।”
विगत दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में युद्ध खत्म करने और इजरायल के साथ विवाद को सुलझाने के लिए हमास को एक 20 सूत्रीय प्रस्ताव भेजा था। इस शांति प्रस्ताव में बंधकों की रिहाई, गाजा के पुनर्निर्माण और प्रशासन पर अंतर्राष्ट्रीय निगरानी शामिल है। हमास ने शुक्रवार को इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर मध्यस्थता वार्ता शुरू करने की इच्छा जताई। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने हमास के इस कदम का स्वागत किया और दोनों पक्षों से युद्ध समाप्त करने और अपनों की पीड़ा कम करने के अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया।
व्हाइट हाउस ने जानकारी दी कि, शनिवार को दो अमेरिकी दूत-जेरेड कुशनर और स्टीव विटकॉफ शांति प्रस्ताव के विवरण पर चर्चा करने के लिए मिस्र गए। इधर हमास द्वारा बंधकों को रिहा करने की घोषणा के जवाब में और हमले रोकने के अमेरिका के अनुरोध पर इजरायली बलों ने शनिवार को गाजा में अपने हमले कम कर दिए।
एक आंकड़े के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में 67,074 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 169,430 अन्य घायल हुए हैं।