दिल्ली , अब मिडिल ईस्ट में जल्द शांति के आसार नजर आ रहे है। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध विराम के लिए समझौता हो गया है। जिससे मिडिल ईस्ट में जल्द शांति होने की संभावना बढ़ गई है। और अब इसके बाद्र फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने कहा है कि वह गाजा में इजरायल के साथ युद्ध विराम करने के लिए तैयार है। अगर हमास और इजरायल के बीच बात बन जाती है तो मिडिल ईस्ट में युद्ध रुक जाएगा।
इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच में युद्धविराम का समझौता बुधवार को हुआ। समझौता 27 नवंबर को इजरायल के समयानुसार सुबह 4 बजे से प्रभावी हुआ है। इस युद्धविराम के साथ लगभग 14 महीने से जारी युद्ध समाप्त होने की संभावना हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जोफ्रांस बाइडेन ने बताया है कि, इजरायल और ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह ने यूनाइटेड स्टेटस ऑफ़ अमेरिका और द्वारा मध्यस्थता किए गए समझौते को स्वीकार कर लिया है। लेकिन, इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच में समझौते से गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध नहीं रुकेगा।
फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने कहा है कि वह गाजा में इजरायल के साथ युद्ध विराम करने के लिए तैयार है. हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे इस मामले में गंभीर हैं और इस्लामिक देशों के मध्यस्थोंमिस्र, कतर, और तुर्की को सूचित कर दिया है कि वे युद्ध विराम समझौते के लिए तैयार हैं।
युद्धविराम की पांच शर्ते:-
समझौते में 60 दिन के युद्धविराम की बात की गई है, तं तहत हिजबुल्लाह दक्षिणी लेबनान से हटते ही इजरायली सेना पीछे हट जाएगी। डील के अनुसार, इजरायली सेनाएं सीमा के अपने हिस्से में वापस लौट जाएंगी और हिजबुल्लाह दक्षिणी लेबनान के अधिकांश हिस्सों में अपनी सैन्य उपस्थिति खत्म कर देगा।
*इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध विराम समझौता बुधवार को इजरायल के समयानुसार सुबह 4 बजे से प्रभावी हो गया है।
*सीजफायर डील में लिटानी नदी के दक्षिणी क्षेत्र में हजारों लेबनानी सैनिकों और संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की तैनाती का प्रावधान है।
*अमेरिका की अध्यक्षता में एक अंतरराष्ट्रीय ग्रुप सभी पक्षों द्वारा शर्तों के अनुपालन की निगरानी करेगा। अमेरिकी राष्ट्रध्यक्ष जो बाइडेन ने कहा कि इस समझौते का उद्देश्य शत्रुता को स्थायी रूप से खत्म करना है।
*इजराइल ने कहा है की यदि हिजबुल्लाह समझौते का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी, जबकि लेबनान ने इसका विरोध किया है। लेबनानी अधिकारियों ने डील में इस प्रावधान को शामिल करने का विरोध किया है।
भारत ने बुधवार सुबह से शुरू हुए इजराइल और लेबनान के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है, कि उसने “हमेशा तनाव कम करने, संयम बरतने और बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया है।हमें उम्मीद है कि इन घटनाक्रमों से क्षेत्र में शांति और स्थिरता आएगी।”
युद्ध विराम के बारे में बोलते हुए, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, कि युद्धविराम कितने दिनों तक चलेगा, ये लेबनान में क्या होता है, इसपर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, “हम समझौते को लागू करेंगे और किसी भी उल्लंघन का जोरदार तरीके से जवाब देंगे।
*