दिल्ली , इजराइल-हिजबुल्ला के बीच में युद्धविराम की घोषणा के चलते इजराइल ने लेबनानी प्रदर्शनकारियों पर बड़ा हमला किया है। इस हमले में करीब 15 प्रदर्शनकारियों के मारे जाने और सैकड़ों के घायल होने की खबर है। बताया गया है कि, इजराइली सेना की वापसी की मांग कर रहे लेबनानी लोगों पर यह हमला हुआ है।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजराइली सेना ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में छह महिलाएं और लेबनानी सेना का एक जवान भी शामिल है। सीमा क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों में लोगों के घायल होने की खबर है। ये प्रदर्शनकारी संघर्ष विराम के तहत इजराइली सेना की वापसी के बाद भी नहीं हटी इजराइली सेना
इजराइल-हिजबुल्ला में नवम्बर में हुए युद्ध विराम समझौते के तहत निर्धारित 60 दिन की समय सीमा में इजराइली सेना को दक्षिणी लेबनान से हटना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके विरोध में प्रदर्शनकारियों ने कई गांवों में घुसने का प्रयास किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने हिजबुल्ला के झंडे लिए हुए थे। इजराइल का कहना है कि हिजबुल्ला के दक्षिणी लेबनान में फिर से सिर उठाने से रोकने के लिए लेबनानी सेना इस इलाके के सभी क्षेत्रों में तैनात नहीं हुई है, ऐसे में इजराइली सेना को अभी और अधिक समय तक वहां रहने की जरूरत है।
इजराइली सेना ने एक बयान में कहा कि उसके सैनिकों ने ”उन कई क्षेत्रों में चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाईं, जहां संदिग्धों की मौजूदगी का पता लगाया गया था।” बयान में कहा गया कि इजराइली सैनिकों ने कई संदिग्धों को पकड़ा है और उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं लेबनान की सेना ने कहा कि जब तक इजराइली सेना वापस नहीं जाती, तब तक वह वहां मोर्चा नहीं संभाल सकती। लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ औन ने रविवार को दक्षिणी लेबनान के लोगों को संबोधित करते हुए एक बयान में कहा कि ”लेबनान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। लेबनानी नागरिकों के अधिकारों और सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए उच्चतम स्तर पर इस मुद्दे के समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा को लेकर एक बड़ा प्लान दुनिया के सामने रखा है। ट्रंप ने मिस्र और जॉर्डन से कहा है कि उन्हें गाजा के अधिक से अधिक फिलिस्तीनियों को अपने देश में शरण देनी चाहिए। ट्रंप के इस प्रस्ताव से इजरायल खुश है। वहीं हमास इसके विरोध में उतर आया है। हमास ने रविवार को ट्रंप के विचार की निंदा करते हुए इसे ‘युद्ध अपराधों’ को बढ़ावा देने वाला कदम बताया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप से जब पूछा गया कि क्या यह अस्थायी या दीर्घकालिक सुझाव है, तो ट्रंप ने कहा, ‘दोनों ही हो सकते हैं।