Guwahati, 03 AUG 2025,
भारत के डिजिटल परिवर्तन और औद्योगिक आधुनिकीकरण में तेजी लाने की दिशा की पहल में, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) ने गुवाहाटी में वित्त मंत्रालय के तत्वावधान में ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
कार्यशाला में लोक उद्यम विभाग (डीपीई) के सचिव , एनआरएल के सीएमडी , बीएसएनएल के निदेशक (उद्यम व्यवसाय) , एनआरएल के एमडी , एमट्रॉन के एमडी , और वित्त मंत्रालय तथा विभिन्न सीपीएसई के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला में 5जी सीएनपीएन , डिजिटल ट्विन्स , एआई के साथ 3डी प्रिंटिंग , वर्चुअल फॉर्मूलेशन , एआर/वीआर/एमआर , आईओटी और बिग डेटा एनालिटिक्स आदि को अपनाने पर जोर दिया गया हैं। ताकि नवाचार, दक्षता और आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा दिया जा सके।
इस समझौता ज्ञापन के अंतर्गत, बीएसएनएल और एनआरएल रिफाइनरी क्षेत्र में भारत का पहला 5G सीएनपीएन (कैप्टिव नॉन-पब्लिक नेटवर्क) स्थापित करने के लिए सहयोग करेंगे , जिससे सुरक्षित, अति-विश्वसनीय और रीयल-टाइम औद्योगिक कनेक्टिविटी का एक नया युग शुरू होगा। यह पहल मिशन-क्रिटिकल कार्यों के लिए स्वदेशी 5G बुनियादी ढांचे का लाभ उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
लोक उद्यम विभाग डीपीई सचिव ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे सरकार के ‘‘संपूर्ण सरकार’’ (डब्ल्यूओजी) दृष्टिकोण का एक उत्तम उदाहरण बताया तथा भारत के औद्योगिक आधार को आधुनिक बनाने, उन्नत कौशल को बढ़ावा देने और विशेष रूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला।
नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड एनआरएल के सीएमडी ने कहा कि 5जी सीएनपीएन के एकीकरण से न केवल परिचालन दक्षता और साइबर सुरक्षा में वृद्धि होगी, बल्कि एआर/वीआर-आधारित प्रशिक्षण , डिजिटल ट्विन्स और रीयल-टाइम आईओटी अनुप्रयोगों जैसी परिवर्तनकारी तकनीकों को भी सक्षम बनाया जा सकेगा । उन्होंने इसे भारत के रिफाइनरी क्षेत्र के लिए एक परिवर्तन बताया।
बीएसएनएल के सीएमडी, श्री ए. रॉबर्ट जे. रवि ने कहा, ‘‘यह साझेदारी भारत के रणनीतिक क्षेत्रों को अगली पीढ़ी के डिजिटल बुनियादी ढांचे से सशक्त बनाने की बीएसएनएल की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। एनआरएल में एक समर्पित 5G सीएनपीएन की तैनाती तकनीकी क्षेत्र के अंतर्गत न केवल कनेक्टिविटी को बल्कि भविष्य में प्रमुख उद्योगों के संचालन के तरीके को पुनर्परिभाषित करने में भी आगे बढा़एगी। भारत को एक विश्वसनीय सार्वजनिक दूरसंचार प्रदाता के रूप में, बीएसएनएल को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में, डिजिटल रूप से ओर इस यात्रा का नेतृत्व करने पर गर्व है।’’
बीएसएनएल के निदेशक (उद्यम व्यवसाय) ने कहा कि यह सहयोग भारत के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में 5जी और उद्योग 4.0 को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) और उद्यमों के लिए सुरक्षित, मजबूत और भविष्य के लिए तैयार संचार अवसंरचना प्रदान करके महत्वाकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया के लक्ष्य प्राप्ति की के लिए बीएसएनएल अहम योगदान दे रहा है।