Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the pennews domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/hy55hp3a22dd/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
भारतीय इक्विटी इंडेक्स का सकारात्मक रुख - Separato Spot Witness Times
अर्थ जगत

भारतीय इक्विटी इंडेक्स का सकारात्मक रुख

शेयर बाजार , भारतीय शेयर बाजार में पिछले कई कारोबारी दिवसों में लगातार गिरावट के बाद आज मंगलवार 14 जनवरी को भारतीय इक्विटी इंडेक्स का सकारात्मक रुख रहा ।और निफ्टी 23,150 के आसपास पहुंच गया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 169.62 अंक या 0.22 फीसदी बढ़कर 76,499.63 पर और निफ्टी 90.10 अंक या 0.39 फीसदी बढ़कर 23,176.05 पर बंद हुआ। लगभग 2752 शेयरों में तेजी आई, 1049 शेयरों में गिरावट आई और 103 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

निफ्टी पर अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, एनटीपीसी, हिंडाल्को और श्रीराम फाइनेंस सबसे ज्यादा बढ़ने वाले शेयरों में रहे। जबकि एचसीएल टेक, एचयूएल, अपोलो हॉस्पिटल्स, टाइटन कंपनी और टीसीएस में गिरावट दर्ज की गई।

सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो आईटी और एफएमसीजी को छोड़कर दूसरे सभी इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 2 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.7 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।

मंगलवार को भारतीय रुपया 86.64 रुपए प्रति डॉलर के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ। वहीं, सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 86.58 के स्तर पर बंद हुआ था। शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि घरेलू बाजारों में मामूली उछाल और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण भारतीय रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबर रहा है।

2013 का मुद्रा संकट: 2013 में, भारतीय रुपया 63.30 प्रति डॉलर तक गिर गया था। इसका कारण भी अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीतियां और उच्च व्यापार घाटा था।

Related posts

अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट।

Dharmpal Singh Rawat

“सांख्यिकी दिवस” मनाया गया: लक्ष्य-राष्ट्रीय संकेतक संरचना, प्रगति रिपोर्ट 2023 जारी की गई।

Dharmpal Singh Rawat

SEBI officials have complained to the Finance Ministry against Sebi chief Madhavi Puri Buch using “harsh and unprofessional language” with her team members

Dharmpal Singh Rawat

Leave a Comment