Postmortem report of Kolkata’s trainee doctor murder revealed: No rape but suspicion of gangrape.
पश्चिम बंगाल, कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप के बाद मर्डर का मामला लगातार पूरे देश में तूल पकड़कता जा रहा है। अधिकांश सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्टाफ स्ट्राइक पर हैं। जिससे चिकित्सा सेवाएं बाधित हो गई हैं। वहीं कई राजनीतिक एवं सामाजिक संगठन आक्रोशित होकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सीबीआई ने इस मामले में जांच शुरू कर आरजी कर अस्पताल के पीजी ट्रेनी डॉक्टर और एक हाउस स्टाफ से भी पूछताछ की। ये लोग घटना वाली रात को पीड़ित डॉक्टर के साथ ड्यूटी कर रहे थे। इस मामले में आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी आदेश जारी किया है कि अब मेडिकल संस्थानों को हेल्थकेयर वर्कर पर अगर कोई हमला करता है तो हमले के 6 घंटे के अंदर ही एफआईआर दर्ज करानी होगी। आपको बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद 14 अगस्त को हुई हिंसा के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये आदेश जारी किया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने ट्रेनी डॉक्टर के परिजनों को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट में साफ तौर पर बताया गया है कि पीड़िता की मौत से पहले अमानवीय बर्बरता हुई थी। ये घटना 9 अगस्त की है जब तड़के 3 बजे से 5 बजे के बीच ट्रेनी डॉक्टर के साथ ये सबकुछ हुआ। 4 पेज की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि रेप से पहले उसके साथ कितनी दरिंदगी की गई और कैसे उसकी हत्या की गई होगी इस बात का भी अनुमान लगाया गया है। वहीं इस रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा अनुमान भी जताया जा रहा है कि उसके साथ रेप नहीं बल्कि गैंगरेप हुआ है। क्योंकि रिपोर्ट में जितनी बर्बरता दिखाई दे रही है उतना एक शख्स के बस की बात नहीं है।
ट्रेनी डॉक्टर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा!
*अबनॉर्मल सेक्सुअलिटी और जेनाइटल टॉर्चर के कारण ट्रेनी डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट्स पर गहरा घाव पाया गया।
* चिल्लाने से रोकने के लिए नाक-मुंह और गले को लगातार दबाया गया, गला घोंटने से थायराइड कार्टिलेज टूट गया।
* सिर को दीवार से सटा दिया गया, जिससे चिल्ला न सके, पेट, होंठ, उंगलियों और बाएं पैर पर चोटें पाई गईं।
* इतनी जोर से हमला किया कि चश्मा के शीशे के टुकड़े उनकी आंखों में घुस गए, दोनों आंखों, मुंह और प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था।
*चेहरे पर आरोपी के नाखूनों से बने खरोंच के निशान मिले, इससे पता चलता है कि पीड़िता ने खुद को बचाने के लिए काफी संघर्ष किया था।
कोलकाता पुलिस की विशेष अपराध शाखा के अफसरों के साथ सीबीआई के अधिकारियों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल की भूमिका को लेकर बैठक की। सीबीआई सूत्रों के अनुसार पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के बयान में विसंगतियां है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में आरोपियों को बचाने की कोशिश पूर्व प्रिंसिपल ने की? जांच की प्रकृति, इसका अगला कदम क्या होगा इसको लेकर कल देर रात तक बैठक चली । आज संदीप घोष से तीसरी बार सीबीआई पूछताछ कर रही है। वहीं कोलकाता पुलिस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ और हंगामे की घटना में अब तक कुल मिलाकर 32 लोगों को गिरफ्तार किया हैं।
Postmortem report of Kolkata’s trainee doctor murder revealed: No rape but suspicion of gangrape.
