दिल्ली , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर आक्रामक रुख दिखाते हुए, संसद सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा, जिन लोगों को 80-90 बार जनता ने नकार दिया वे संसद में चर्चा नहीं होने देते दूसरे सांसदों का अधिकार छीनते हैं हुडदंग करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये शीतकालीन सत्र है और माहौल भी शीत ही रहेगा। 2024 का ये अंतिम कालखंड चल रहा है, देश उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में भी लगा हुआ है। संसद का ये सत्र अनेक प्रकार से विशेष है। हमारे संविधान की यात्रा का 75वें साल में प्रवेश अपने आप में लोकतंत्र के लिए एक बहुत ही उज्जवल अवसर है। आज विश्व भारत की तरफ बहुत आशा भरी नजर से देख रहा है। इसलिए हमें संसद के समय का उपयोग वैश्विक स्तर पर भी भारत के बढ़े हुए सम्मान बल प्रदान करने में करना चाहिए। कल संविधान सदन में हम सब मिलकर संविधान के 75वें वर्ष के उत्सव की शुरुआत करेंगे।
हमारे संविधान की महत्वपूर्ण इकाई है – संसद और हमारे सांसद। पार्लियामेंट में स्वस्थ चर्चा हो, ज्यादा से ज्यादा लोग चर्चा में अपना योगदान दें। कल संविधान सदन में सब मिलकर संविधान के 75वें वर्ष के उत्सव की शुरुआत करेंगे। संविधान निर्माताओं ने संविधान का निर्माण करते समय एक एक बिंदु पर बहुत विस्तार से बहस की है और तब जाकर ऐसा उत्तम दस्तावेज हमें प्राप्त हुआ है।