West Bengal,18 JUL 2025,
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में 5,400 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि इस्पात नगरी के रूप में विख्यात दुर्गापुर भारत की श्रम शक्ति का एक प्रमुख केंद्र भी है। उन्होंने भारत के विकास में इसके महत्वपूर्ण योगदान की प्रशंसा की। श्री मोदी ने कहा कि आज का दिन इस भूमिका को और सशक्त करने का अवसर है। श्री मोदी ने इस बात पर बल दिया कि आज शुरू की गई परियोजनाएँ क्षेत्र में संपर्क को बेहतर बनाएँगी, गैस-आधारित परिवहन और गैस-आधारित अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देंगी और दुर्गापुर की इस्पात नगरी के रूप में पहचान को और मज़बूत करेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएँ “मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड” के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं और पश्चिम बंगाल को आगे बढ़ाने में सहायता करेंगी। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र के युवाओं के लिए रोज़गार के अनेक नए अवसर पैदा होंगे। श्री मोदी ने इन विकास परियोजनाओं के लिए सभी को हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं।
प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा और पुरुलिया जिले में लगभग 1,950 करोड़ रुपये की लागत वाली भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) सिटी गैस वितरण (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखी। यह घरों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और औद्योगिक ग्राहकों को पीएनजी कनेक्शन प्रदान करेगा और खुदरा दुकानों पर सीएनजी प्रदान करेगा तथा क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।
प्रधानमंत्री ने दुर्गापुर-हल्दिया प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के दुर्गापुर से कोलकाता खंड (132 किलोमीटर) को भी राष्ट्र को समर्पित किया, जिसे महत्वाकांक्षी जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन के एक भाग के रूप में बिछाया गया है। इसे प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा (पीएमयूजी) परियोजना के रूप में भी जाना जाता है। 1,190 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाला दुर्गापुर से कोलकाता खंड पश्चिम बंगाल के पुरबा बर्धमान, हुगली और नादिया जिलों से होकर गुजर रहा है।
प्रधानमंत्री ने सभी के लिए स्वच्छ वायु और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप 1,457 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली दुर्गापुर इस्पात ताप विद्युत केंद्र और दामोदर घाटी निगम के रघुनाथपुर ताप विद्युत केंद्र की प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली का पुनरोद्धार-फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) को भी राष्ट्र को समर्पित किया
उन्होंने क्षेत्र में रेल अवसंरचना को प्रोत्साहन देते हुए, पुरुलिया में 390 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुरुलिया-कोटशिला रेल लाइन (36 किलोमीटर) के दोहरीकरण कार्य को भी राष्ट्र को समर्पित किया। श्री मोदी ने पश्चिम बd4र्धमान के तोपसी और पांडबेश्वर में सेतु भारतम कार्यक्रम के अंतर्गत निर्मित 380 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 3wबने दो आरओबी का उद्घाटन किया। इससे संपर्क 6 में66ulluसुधार होगा और रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटनाओं को रोकने में भी सहायता मिलेगी।