Delhi , 26 July 2025,
कांग्रेस नेता नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित ‘भागीदारी न्याय सम्मेलन’ को संबोधित किया। इस अवसर पर राहुल गांधी ने तेलंगाना राज्य में हुई जातीय जनगणना की सराहना करते हुए कहा कि यह एक “सही सोच और नीयत” से किया गया कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसे सर्वेक्षणों से देश की सामाजिक असमानताओं को दूर करने में मदद मिलती है। राहुल गांधी ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से पूछा , आप जानते हैं राजनीति की सबसे बड़ी समस्या क्या है? इसपर किसी कार्यकर्ता ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी! तो राहुल ने तुरंत पलटकर जवाब दिया, “नहीं, नरेंद्र मोदी कोई बड़ी समस्या नहीं हैं। राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि, मीडिया में प्रधानमंत्री मोदी को देश की राजनीति में अनावश्यक रूप से बहुत अधिक महत्व दे दिया गया है।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि अपने दो दशकों से भी अधिक लंबे राजनीतिक सफर में वे ओबीसी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय के हितों की रक्षा करने में विफल रहे। उन्होंने इस कमी को अपनी व्यक्तिगत गलती बताते हुए इसे सुधारने का संकल्प भी लिया। राहुल ने स्पष्ट किया कि यह गलती कांग्रेस पार्टी की नहीं, बल्कि उनकी अपनी थी। मैं आपकी समस्याओं को गहराई से नहीं समझ पाया। राहुल गांधी ने कहा कि अगर उन्हें पिछड़ा वर्ग समुदाय के इतिहास और संघर्षों की जानकारी पहले होती, तो वे पहले ही जातीय जनगणना की मांग को आगे बढ़ाते।
राहुल गांधी ने ओबीसी युवाओं से अपनी ताकत पहचानने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ओबीसी युवाओं से मेरी सबसे बड़ी शिकायत यह है कि वे अपनी ताकत नहीं समझते। एक बार जब वे अपनी ताकत समझ जाएंगे, तो पूरा परिदृश्य बदल जाएगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अंग्रेजी भाषा को लेकर भी भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “भाजपा के नेता कहते हैं कि अंग्रेजी को देश से मिटा देंगे। लेकिन आप उनसे पूछिए कि अंग्रेजी मिटाना चाहते हैं, उनके बच्चे कहां पढ़ते हैं। हिंदी मीडियम में पढ़ते हैं या अंग्रेजी मीडियम में पढ़ते हैं। लंदन, अमेरिका में क्या वे हिंदी में पढ़ते हैं? नहीं, क्षेत्रीय भाषा, हिंदी-तमिल, पंजाबी, कन्नड़ सब जरूरी हैं, लेकिन उसके साइड में अंग्रेजी भी जरूरी है।