दिल्ली , जम्मू कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों से मुठभेड़ में सेना के 4 जवान और जम्मू कश्मीर का एक पुलिस कर्मी ने देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दिया है। मुठभेड़ में हुई गोलीबारी में 5 जवान भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा है।
सर्वोच्च बलिदानियों में सेना के एक अधिकारी, 2 सिपाही और एक नायक शामिल हैं। आतंकवादियों से मुठभेड़ में 10 राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन बृजेश थापा, जिन्हें हाल ही में प्रमोशन मिला था, नायक डी राजेश, सिपाही बृजेंद्र इनके अलावा राजस्थान के झुंझुनूं जिले की बुहाना तहसील के भैसावता कलां निवासी सिपाही अजय सिंह भी आतंकियों की गोलियां लगने से घायल हुए, लेकिन अस्पताल में उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।।
बताया जा रहा है कि, इस आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स आतंकी संगठन ने ली है। इसी संगठन ने 9 जुलाई को कठुआ और रियासी में वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं पर हमला किया था। बीते दिन आतंकियों के छिपे होने की खबर पर राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान अचानक आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग कर दी। और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। इसके बाद सुबह ड्रोन और हेलिकॉप्टर की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। सुरक्षा बलों ने इस इलाके में घेराबंदी कर दी है।
राजनाथ सिंह ने कहा, आतंकवाद के खिलाफ अभियान में भारतीय सेना के हमारे बहादुर जवानों की शहादत पर काफी शोकाकुल हूं. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। हम सभी उनके परिवार के साथ हैं जिनका यह बड़ा नुकसान हुआ है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बात की है और मामले का संज्ञान लिया है। खबर है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख को आतंक के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दी है।
जनरल उपेंद्र द्विवेदी भारतीय सेना के बहादुर जवानों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। जिन्होंने डोडा में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी, ताकि क्षेत्र में शांति सुनिश्चित हो सके। भारतीय सेना इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है।
जम्मू कश्मीर के डोडा में हुए आतंकी हमले पर जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा , नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शोक जताया।
Supreme sacrifice of 4 army personnel and one police personnel of Jammu and Kashmir in Doda, Jammu and Kashmir.