Bangluru, 16 October 2025,
बेंगलुरु पुलिस ने महाराष्ट्र के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिसने कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे को फोन किया था और सार्वजनिक स्थानों पर आरएसएस की गतिविधियों को रोकने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को पत्र लिखने को लेकर उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणियां कीं। इस आरोपी ने जब खरगे को फोन किया था तब मंत्री ने इस बातचीत का वीडियो बना लिया। उसके बाद सदाशिवनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी को बेंगलुरु सेंट्रल डिवीजन’ और कलबुर्गी पुलिस के संयुक्त अभियान से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पहचान धनेश नरोने उर्फ दानप्पा नरोने के रूप में हुई है, जो महाराष्ट्र के सोलापुर का रहने वाला है। सोलापुर कर्नाटक की सीमा से लगा हुआ एक जिला है। कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे को फोन पर गालियां देने और धमकी देने के बाद धनेश नरोने अपने शहर से भागकर लातूर में छिप गया था। लेकिन बेंगलुरु और कलबुर्गी की पुलिस टीम ने उसका पता लगाया, उसे गिरफ्तार किया और बेंगलुरु ले आई।
धनेश बिस्कुट और कन्फेक्शनरी बनाने वाली कंपनियों के लिए मार्केटिंग एजेंट के तौर पर काम करता है। बेंगलुरु पुलिस धनेश के पिछले रिकॉर्ड और ऐसे अपराधों में उसकी संलिप्तता की जांच के लिए पूछताछ कर रही है। मंत्री प्रियंक खरगे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया था जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति फोन कॉल पर उन्हें गालियां और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहा है। यद्यपि हमारा पोर्टल इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। आरोपी धनेश नरोने ने मंत्री को उनके उस पत्र के लिए गाली दी जिसमें उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर आरएसएस की गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की थी।
वहीं भाजपा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, प्रियंक खरगे के इस रुख की कड़ी आलोचना की है ।उन्हें राज्य में आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की चुनौती भी दी। काग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र व कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे ने खुलकर आरएसएस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सीएम सिद्धारमैया को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि राज्य के सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी भी संगठन का हिस्सा बनने और उनके कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाए।
इनपुट भाषा