दिल्ली , हिंडनबर्ग रिसर्च के सेबी प्रमुख माधवी बुच और उनके पति धवल बुच की अडानी समूह में इस्तेमाल किए गए “अस्पष्ट ऑफशोर फंड” में हिस्सेदारी के तथाकथित आरोप के बाद भारतीय जनता पार्टी नीत केन्द्र सरकार और विपक्षी पार्टियों में घमासान मच गया है। कांग्रेस ने ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ के आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष पर देश में आर्थिक अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च के सेबी प्रमुख माधवी बुच और उनके पति धवल बुच पर अडानी समूह को लेकर लगाए गए आरोपों का असर अडानी समूह के शेयरों पर भी देखने को मिला है। शेयर मार्केट के खुलते ही अडानी समूह के शेयर में लगभग 17 प्रतिशत की गिरावट आई। लेकिन बाद में शेयर संभलें और पूर्व की स्थिति में पहुंच गए।
कांग्रेस ने भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड सेबी की प्रमुख माधवी बुच के खिलाफ अमेरिकी शार्ट सेलर्स ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ के आरोपों को लेकर कहा कि यदि केन्द्र सरकार इस पूरे प्रकरण पर जेपीसी संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी संयुक्त से जांच की मांग स्वीकार नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू करेगी। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोपों को ‘बहुत गंभीर” बताया और इस मामले में प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए।
वेणुगोपाल ने यहां हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ”इस मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी विश्वसनीयता को खत्म करने के समान है।’ उन्होंने केंद्र सरकार पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल कर मामले से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। वेणुगोपाल ने कहा कि ”यह देश का सबसे गंभीर मुद्दा है’ और अगर जेपीसी जांच की मांग स्वीकार नहीं की गई, तो देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर बीजेपी विपक्ष पर हमलावर हो गई है। बीजेपी नेता रवि शंकर प्रसाद ने हिंडनबर्ग को लेकर प्रेस कॉन्फ्रैंस की जिसमें उन्होंने रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि आर्थिक अराजकता फैलाने की कोशिश हो रही है। आगे उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग के आरोपों का जवाब सेबी प्रमुख ने दे दिया है। सारे आरोप निराधार हैं। ये साजिशन देश को बर्बाद करने की कोशिश है। आर्थिक तौर पर देश को बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है।
रविशंकर ने कहा कि ये स्टॉक मार्केट क्रैश कराना चाहते हैं। इससे सीधे तौर पर छोटे निवेशकों को झटका लगेगा और देश की प्रगति पर असर पड़ेगा। हमने साजिश नाकाम की है कांग्रेस का ये बम भी फुस्स निकल गया है।
सेबी प्रमुख बुच और उनके पति ने एक संयुक्त बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है।
अदाणी समूह ने अमेरिकी शोध एवं निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के नवीनतम आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और चुनिंदा सार्वजनिक सूचनाओं से छेड़छाड़ करने वाला बताते हुए रविवार को कहा कि उसका बाजार नियामक सेबी की अध्यक्ष या उनके पति के साथ कोई वाणिज्यिक संबंध नहीं है।
There is a tussle between BJP and opposition parties after Hindenburg Research alleged that SEBI chief Madhavi Buch and her husband Dhaval Buch had stake in Adani Group’s “obscure offshore fund”.