दिल्ली, लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान जवाब देते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में मौतों को कम करने के लिए सरकार के निरंतर प्रयासों के बावजूद, हताहतों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सड़क इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, कानून में बदलाव और लोगों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, समाज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि न तो उनमें कानून के प्रति सम्मान है, न ही कानून का डर है। रेड सिग्नल पर लोग गाड़ी नहीं रोकते, हेलमेट नहीं पहनते, ऐसी कई समस्याएं हैं। तीस हजार लोग सिर्फ इसलिए मर जाते हैं क्योंकि वे हेलमेट नहीं पहनते हैं। मैं खुद इसका शिकार रहा हूं, महाराष्ट्र में विपक्ष का नेता रहते हुए एक दुर्घटना में मेरा पैर चार जगह से टूट गया था और मैं इस मामले में लगातार संवेदनशील हूं।
लेकिन दुख की बात है कि, इस साल सड़क दुर्घटनाओं में 1.68 लाख मौतें हुई हैं। इनमें से बड़ी संख्या में मौतें इसलिए हुई हैं क्योंकि सड़कों पर नियमों का सख्ती से पालन नहीं किया गया है…जन प्रतिनिधियों, मीडिया या समाज के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है। हमने जुर्माने भी बढ़ाए हैं, लेकिन लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं। केन्द्रीय मंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष से इस मुद्दे पर अलग से चर्चा कराने का आग्रह किया और कहा कि सरकार स्थिति में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होने कुछ संभावित दुर्घटना स्थल ब्लैक स्पॉट का जिक्र करते हुए बताया कि, सरकार ने ब्लैक स्पॉट पर चार हजार करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय पहले ही ले लिया है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स को खत्म करने हेतु हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
To prevent road accidents, special attention will have to be paid to road engineering, automobile engineering, changes in laws and education of people: Union Minister Nitin Gadkari.