ओडिशा , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है जो प्रवासी भारतीयों से जुड़ने और उन्हें एक-दूसरे के साथ वार्तालाप करने में सक्षम बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। इसका आयोजन ओडिशा राज्य सरकार के साथ साझेदारी में 8 से 10 जनवरी 2025 तक भुवनेश्वर में किया जा रहा है। इस प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का विषय “विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान” है। 50 से अधिक विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों ने पीबीडी सम्मेलन में भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है।
दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आए सभी प्रतिनिधियों और प्रवासियों का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रवासियों के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन- प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस की पहली यात्रा को हरी झंडी दिखाई
प्रधानमंत्री मोदी ने हर क्षेत्र में भारत की उपलब्धि का जिक्र करते हुए कहा कि आज भारत मेड इन इंडिया फाइटर जेट बना रहा है। ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बना रहा है। वो दिन भी दूर नहीं जब आप किसी मेड इन इंडिया विमान से ही प्रवासी भारतीय दिवस मनाने भारत आएंगे। भारत की वैश्विक भूमिका बढ़ रही है। आज भारत ग्लोबल साउथ की आवाज़ को पूरी ताकत से उठाता है। हम सिर्फ मदर ऑफ डेमोक्रेसी नहीं हैं, डेमोक्रेसी हमारे समाज का हिस्सा है।भारतीय जहां भी जाते हैं वहां की सोसाइटी के साथ जुड़ जाते हैं। वह जहां जाते हैं वहां के रूल्स और परंपराओं की इज्जत करते हैं।
आज का भारत ‘विकास भी और विरासत भी’ इस मंत्र पर चल रहा है। जी-20 के दौरान भी हमने देश के कोने-कोने में इसलिए बैठकें रखी ताकि दुनिया भारत की विविधता का प्रत्यक्ष अनुभव ले पाए।
इस अवसर पर ओडिशा के राज्यपाल, डॉ. हरि बाबू कंभमपति, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी, केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर, अश्विनी वैष्णव, प्रल्हाद जोशी, धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय राज्य मंत्री जुएल ओराम और कार्यक्रम में अन्य गणमान्य व्यक्तियों में शोभा करंदलाजे, कीर्ति वर्धन सिंह और पबित्रा मार्गेरिटा उपस्थित थे।