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अमेरिकी प्रशासन ने किया H-1B वीजा नियमों में संशोधन:हजारों भारतीय प्रोफेशनल्स और छात्रों को मिली राहत, - Separato Spot Witness Times
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अमेरिकी प्रशासन ने किया H-1B वीजा नियमों में संशोधन:हजारों भारतीय प्रोफेशनल्स और छात्रों को मिली राहत,

Delhi, 21 October 2025,

 अमेरिकी प्रशासन द्वारा H-1B वीजा नियमों में संशोधन किए जाने से अमेरिका में हजारों भारतीय प्रोफेशनल्स और छात्रों को राहत मिली है। संशोधित वीजा नियमों के अनुसार अब अंतरराष्ट्रीय ग्रैजुएट्स को H-1B वीज़ा के लिए पिछले महीने शुरू की गई 1 लाख डॉलर की भारी फीस का भुगतान नहीं करना होगा।

  यह घोषणा भारतीय तकनीकी प्रोफेशनल्स के लिए एक बड़ी राहत है। वर्तमान में अमेरिका में लगभग 3 लाख भारतीय श्रमिक H-1B वीजा पर हैं। जो ज्यादातर आईटी और सर्विस प्रोवाइडर इंडस्ट्री में कार्यरत हैं। अमेरिकी प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, करीब 70 फीसदी भारतीयों ने नए H-1B वीजा आवंटन के लिए आवेदन किया है। इसके बाद चीनी नागरिक 12 फीसदी हैं जिन्होंने वीजा के लिए आवेदन किया है। H-1B वीजा अत्यधिक कुशल श्रमिकों को अमेरिका में तीन साल तक रहने और काम करने की अनुमति देता है, जिसे तीन साल और बढ़ाया जा सकता है। हर साल, 85 हजार नए वीजा लॉटरी सिस्टम के जरिए दिए जाते हैं।

  सितंबर माह में ट्रम्प प्रशासन द्वारा जारी H-1B वीजा के अनुसार 1 लाख डॉलर की फीस उस सालाना आमदनी से 20 से 100 गुना ज्यादा है। जो H-1B श्रमिकों को मिलती है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि यह शुल्क H-1B कार्यक्रम को “प्रभावी रूप से समाप्त” कर सकता है। क्योंकि कंपनियां और स्टार्टअप्स इतनी भारी भरकर राशि का बोझ नहीं झेल सकते हैं।

   रिसर्चरों ने बताया है कि H-1B वीजा ने भारतीय-अमेरिकियों को अमेरिका में सबसे शिक्षित और उच्च आय अर्जित करने वाले समुदायों में से एक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, और विप्रो जैसी भारतीय आईटी कंपनियों ने ऐतिहासिक रूप से H-1B वीजा का इस्तेमाल अमेरिकी साइटों पर इंजीनियरों को तैनात करने के लिए किया है। अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, और गूगल जैसी अमेरिकी कंपनियां भी H-1B श्रमिकों पर बहुत अधिक निर्भर करती हैं, जिनमें से कई अमेरिकी यूनिवर्सिटीज से ग्रैजुएट भारतीय हैं।

   संशोधित एच-1बी वीज़ा में कई प्रकार की छूट और अपवाद शामिल हैं। नए नियमों के अनुसार, जो विदेशी कर्मचारी अन्य वीज़ा श्रेणियों जैसे एफ-1 (छात्र वीज़ा) से एच-1बी वीज़ा में परिवर्तन कर रहे हैं, उन्हें यह भारी शुल्क नहीं देना होगा। इसी तरह, जो लोग पहले से अमेरिका में हैं और अपने एच-1बी वीज़ा में संशोधन, स्थिति परिवर्तन या अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन कर रहे हैं, उनसे भी यह शुल्क नहीं लिया जाएगा। वर्तमान में जिनके पास मान्य एच-1बी वीज़ा है, उन्हें अमेरिका में यात्रा करने में कोई रोक नहीं होगी। 

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