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अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया:संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से हालात को और बिगड़ने से रोकने की अपील। - Separato Spot Witness Times
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अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया:संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से हालात को और बिगड़ने से रोकने की अपील।

Delhi , 22 Jun 2025,

बीते देर रात अमेरिका ने ईरान में 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। इसमें फोर्डो, नतांज और एस्फाहान शामिल हैं। हमले के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट शेयर किया है। लिखा है फोर्डो खत्म हुआ।”ईरान को अब शांति स्थापित करनी होगी.”

आज सुबह ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “हमने फ़ोर्दो, नतांज़ और इस्फ़हान समेत ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमलों को अंजाम दिया है. सभी विमान अब ईरान के वायु क्षेत्र से बाहर हैं। इस ऑपरेशन में शामिल सैनिकों की सराहना करते हुए ट्रंप ने लिखा कि ‘हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई। दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ये कर सकती थी। ट्रंप ने लिखा, अब शांति का समय है।

परमाणु स्थल पर हमला

अमेरिका जंग की शुरुआत से ही ईरान पर हमले की चेतावनी दे रहा था। इसके साथ ही खुले तौर पर इजराइल का साथ दे रहा था। पिछले दिनों ट्रंप ने साफ किया था कि ईरान परमाणु हथियार नहीं रख सकता है। हम जल्द ही फैसला करेंगे कि आगे क्या करना है। इस हमले से कुछ ही घंटों पहले अमेरिका ने अपने बी-2 बॉम्बर विमान गुआम भेजे थे। बीते देर रात अमेरिकी बी-2 बॉम्बर्स ने एक साथ 3 परमाणु स्थलों पर हमला किया गया। ट्रंप ने कहा कि ईरान के प्राथमिक परमाणु स्थल पर फुल बम पेलोड गिराया गया। जिससे ईरान में 3 परमाणु संयंत्रों को भारी नुक्सान पहुंचा है।

ईरान इजरायल युद्ध के बीच में अमेरिका के बी-2 बॉम्बर्स द्वारा ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला किए जाने पर भारत ने सधे शब्दों में कहा है कि संवाद और कूटनीति से समस्याओं का हल निकाला जाना चाहिए। भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को प्रेसवार्ता में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यही सोच रही है कि युद्ध समस्याओं के हल का रास्ता नहीं है। संवाद और कूटनीति के रास्ते से ही इसका समाधान निकाला जाना चाहिए।

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने कहा है कि अमेरिका ने यूएन राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन किया है। आत्मरक्षा में वैध प्रतिक्रिया की अनुमति देने के इसके प्रावधानों के अनुसार, ईरान के पास अपनी संप्रभुता, हित और लोगों की रक्षा के लिए सभी विकल्प हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से हालात को और बिगड़ने से रोकने और यूएन चार्टर समेत अंतरराष्ट्रीय क़ानून का पालन करने की अपील की।

रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन से जब इजरायल-ईरान युद्ध के बीच अमेरिका की उपस्थिति तीसरे विश्व युद्ध का खतरा है। पुतिन ने कहा, ये खतरनाक स्थिति (मध्य एशिया में परमाणु खतरा) है। मैं पूरी गंभीरता से ये बात कह रहा हूं। दुनिया भर में संघर्ष की स्थिति है और ये सीधे तौर पर सबको प्रभावित करेगा।

चीन ने अमेरिकी हमलों के निंदा करते हुए कहा है कि वाशिंगटन ने पिछले समय की रणनीतिक भूल को दोहराया है। इसके विनाशकारी परिणाम होंगे। ये ईरान-इजरायल युद्ध का खतरनाक टर्निंग प्वाइंट है।इतिहास गवाह है कि मध्य पूर्व में सैन्य दखल से खतरनाक नतीजे सामने आए हैं।

उत्तर कोरिया ने भी कहा है कि यह संघर्ष मध्य पूर्व में शांति के लिए कैंसर जैसा खतरा हैं। ये युद्ध बड़े क्षेत्र में फैल सकता है।

पाकिस्तान ने भी अमेरिकी सैन्य कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया

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