Delhi , 08 July 2025,
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने “ब्रिक्स” समिट में अमेरिकी नीतियों का विरोध करने वाले देशों को चेतावनी देते हुए घोषणा की है, “ब्रिक्स की अमेरिकी विरोधी नीतियों” के साथ खुद को जोड़ने वाले देशों को अतिरिक्त 10 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ेगा, साथ ही उन्होंने सख्त चेतावनी दी कि कोई “अपवाद” नहीं होगा। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 1 अगस्त से लागू होने वाली रेसिप्रोकल टैरिफ दरों के बारे में ट्रेड पार्टनर्स को जानकारी देने के लिए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ‘ट्रुथ सोशल’ पर पत्र प्रसारित किया है।
राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा जारी पहले दो पत्र जापान और दक्षिण कोरिया के लिए हैं। दोनों पर 25 प्रतिशत की टैरिफ दर लगाया गया है।तीसरा पत्र मलेशिया के प्रधानमंत्री को लिखा गया था। इसके बाद कजाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, लाओस, म्यांमार, ट्यूनीशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया और बोस्निया और हर्जेगोविना सहित अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों को पत्र लिखा गया था। बांग्लादेश 35 फीसदी,बोस्निया और हर्जेगोविन 30 फीसदी, कंबोडिया 36 फीसदी, इंडोनेशिया 32 फीसदी,जापान 25 फीसदी,कजाकिस्तान 25 फीसदी लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक 40 फीसदी, मलेशिया 25 फीसदी, म्यांमार , 40 फीसदी , रिपब्लिक ऑफ सर्बिया)श 35 फीसदी, रिपब्लिक ऑफ ट्यूनिशिया 25 फीसदी,दक्षिण अफ्रीका 30 फीसदी ,दक्षिण कोरिया 25 फीसदी, थाइलैंड 36 फीसदी, टैरिफ लगाया गया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने पत्रों में लिखा “आपको यह पत्र भेजना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है क्योंकि यह हमारे व्यापारिक संबंधों की ताकत और प्रतिबद्धता को दिखाता है और इस तथ्य को दर्शाता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका आपके महान देश के साथ बड़े व्यापार घाटे के बावजूद इसे जारी रखने के लिए सहमत हुआ है।
पत्रों में आगे चेतावनी दी गई है, “यदि किसी भी कारण से आप अपने टैरिफ बढ़ाने का फैसला लेते हैं, तो आप उन्हें बढ़ाने के लिए जो भी संख्या चुनेंगे, वह हमारे द्वारा वसूले जाने वाले 25% में जोड़ दी जाएगी।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि ये टैरिफ “संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ अस्थिर व्यापार घाटे” को ठीक करने के लिए जरूरी हैं।