देहरादून , उत्तराखण्ड ऊर्जा और ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन के साथ ही ग्रीन इकोनॉमी की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का, राज्य को उर्जा प्रदेश बनाने का संकल्प सिद्ध होता दिख रहा है। इस संकल्प में “मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना’ बेहद सफल साबित हो रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन के साथ ही ग्रीन इकोनॉमी की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर पिछले वर्ष मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना को संशोधित किया गया। इसके बाद प्रदेश में 20, 25,50,100 और 200 किलोवाट के ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना पोर्टल पर करीब 839 आवेदन आए हैं। इनमें से 297 आवेदनों को एलओआई भी जारी की जा चुकी है।
पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना योजना में 3.43 मेगावाट स्थापित क्षमता ₹13.6 करोड़ के अनुमानित निवेश की तुलना में संशोधित “मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना” में संचयी क्षमता 44.94 मेगावाट के एलओए, अब तक जारी किए जा चुके हैं।