नरेंद्र मोदी सरकार शुरू से ही जन अधिकारों को खत्म करने की कोशिश करती आ रही है: राहुल गांधी।
देहरादून 22 जनवरी 2022,
दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा माउंट आबू स्थित ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा आयोजित ‘आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर’ कार्यक्रम में दिए गए वक्तव्यों पर कड़ी आपत्ति जताई है। राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट किया, ”जन अधिकारों के बिना दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का क्या मतलब? मोदी सरकार शुरू से जन अधिकारों को ख़त्म करने की कोशिश करती आ रही है। मौलिक अधिकारों समेत क्या इन अधिकारों के बिना आप भारत की कल्पना तक कर सकते हैं?”
कांग्रेस नेता ने कांग्रेस शासन काल की उपलब्धियों का हवाला देते हुए कहा, ” भोजन का अधिकार- ताकि किसी को भूख का सामना ना करना पड़े। शिक्षा का अधिकार- आज बच्चा-बच्चा स्कूल जाता है, एक बेहतर कल बनाता है अपने लिए और देश के लिए। रोज़गार का अधिकार- भाजपा के कट्टर विरोध के बावजूद संप्रग ने जनता को रोज़गार की सुरक्षा दी। कोविड के मुश्किल समय में भी इससे देशवासियों को सहारा मिला।, ”सूचना का अधिकार- लोकतंत्र का दूसरा नाम पारदर्शिता है। जनता को सवाल करने और जवाब पाने का अधिकार है। सूचना का अधिकार भी संप्रग ने दिया।” उन्होंने सवाल किया, ”इनमें से किस अधिकार से प्रधानमंत्री को आपत्ति है।
प्रधानमंत्री मोदी वक्तव्य दिया था कि, ”हमें ये भी मानना होगा कि आजादी के बाद के 75 वर्षों में, हमारे समाज में, हमारे राष्ट्र में, एक बुराई सबके भीतर घर कर गई है।
