देहरादून 23 अक्टूबर 2021,
जम्मू-कश्मीर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद केंद्र शासित प्रदेश की यह उनकी पहली यात्रा है। गृह मंत्री ने कहा, सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद मेरा पहला कार्यक्रम यूथ क्लब के युवा साथियों के साथ हो रहा है। मुझे जम्मू-कश्मीर के युवाओं से मिलकर आनंद की अनुभूति हो रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 5 अगस्त 2019 का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में चुनाव तो होने ही हैं। शाह ने कहा कि कश्मीर में युवाओं को मौका मिले इसलिए अच्छा परिसीमन भी होगा, इसके के बाद चुनाव भी होगा और जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा भी वापस मिलेगा।
आज जम्मू-कश्मीर में युवा विकास, रोजगार और पढ़ाई की बात कर रहा है। ये बहुत बड़ा बदलाव है, अब कोई कितनी भी ताकत लगा ले, इस बदलाव की बयार को कोई अब रोक नहीं सकता है।
शाह ने कहा कि कश्मीर को भारत सरकार से मदद आती है, आनी भी चाहिए। परन्तु एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब कश्मीर भारत के विकास के लिए योगदान करेगा। लेने वाला नहीं बल्कि भारत को देना वाला प्रदेश बनेगा।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में विश्वास दिलाते हुए कहा कि, जम्मू कश्मीर की शांति में जो भी खलल डालना चाहेगा, उससे हम सख्ती से निपटेंगे. यहां विकास की जो यात्रा शुरु हुई है, इसमें कोई भी रोढ़ा नहीं अटका पाएगा।
गृह मंत्री ने कहा, “पहले की सरकारों ने 70 साल में जम्मू कश्मीर को 87 विधायक, 6 सांसद और 3 परिवार दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायत चुनावों में करीब 30,000 चुने हुए प्रतिनिधि देने का काम किया है, जो आज लोगों की सेवा कर रहे हैं।
आजादी के बाद भारत सरकार ने प्रति व्यक्ति के हिसाब से जम्मू कश्मीर को सबसे ज्यादा मदद की है, लेकिन यहां की गरीबी, बेरोजगारी नहीं गई। हमारी मोजूदा नीतियों से अब यहां से गरीबी जा रही है, लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।