26 अप्रैल 2025,;
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के खिलाफ जोरदार अभियान आज पांचवें दिन भी जारी है।। यह अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान माना जा रहा है है। सुरक्षा बलों के लगभग दस हजार जवानों ने कर्रेगुट्टा पहाड़ी क्षेत्र में करीब एक हजार नक्सलियों को चारों तरफ से घेरा हुआ है। सुरक्षाबल हेलीकॉप्टर की मदद से नक्सलियों पर गोलीबारी और बमबारी कर रहे हैं।अभियान का नेतृत्व राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों की संयुक्त टीम कर रही है।सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के कई ठिकानों को निशाना बनाया है और इलाके की सघन तलाशी जारी है।
बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र के कोतापल्ली गांव के समीप कर्रेगुट्टा पहाड़ियों में बीते पांच दिनों से लगातार मुठभेड़ जारी है। अब तक सुरक्षाबलों ने 5 नक्सलियों को मार गिराया है, जिनमें से 3 के शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं। आज भी दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है और हेलीकॉप्टर के माध्यम से दबाव बढ़ाया जा रहा है।सुरक्षाबल हेलीकॉप्टर की मदद से नक्सलियों पर गोलीबारी और बमबारी कर रहे हैं। उच्च स्तर पर इस ऑपरेशन की निगरानी की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि ऑपरेशन को पूरी रणनीति के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है और जल्द ही बड़ी सफलता की उम्मीद की जा रही है।
अभियान के दौरान आईईडी की चपेट में आकर सुरक्षा बलों का एक जवान घायल हुआ है। घायल जवान का सीआरपीएफ के कैंप में चल रहा है। बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने भी इसकी पुष्टि की है। नक्सलियों ने हालही में पर्चा जारी कर एलान किया था कि, यहां आईईडी का जाल बिछाया गया है। कोई भी ग्रामीण इस इलाके में न आए।
जानकारों के मुताबिक राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों की संयुक्त टीम के इस अभियान में आम नक्सली नहीं बल्कि उनके कई कुख्यात कमांडर जैसे हिडमा, देवा, केशव, सहदेव भी पूरी तरह से शिकंजे में फंसे हैं। इसके अलावा इनकी सबसे घातक बटैलियन, बटैलियन नंबर वन पूरी तरह से सुरक्षा बलों के शिकंजे में फंस गई है। इस अभियान में घिरे दो टाॅप मोस्ट नक्सली कमांडरों हिडमा और देवा दोनों ही सुकमा-बीजापुर सीमा पर बसे पूवराती गांव से हैं, जो टेकलगुड़म के क़रीब है। ये पूरा इलाका बटैलियन नंबर वन का गढ़ रहा है।
आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को जड़ से खत्म करने की घोषणा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहले ही कर दिया है। गृहमंत्री ने ऐलान किया है कि मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का खात्मा कर दिया जाएगा। इसी लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से नक्सलवाद से मुक्त कराने के लिए छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों का अभियान निरंतर जारी है।