उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के बाद अब 25 मई दिन रविवार को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने जा रहे हैं. इस स्थान का जिक्र गुरु गोबिंद सिंह द्वारा रचित दसम ग्रंथ में आता है. यात्रा को सुलभ बनाने के लिए यहां पर सेना के जवान और हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के लोगों द्वारा दिन रात मेहनत करके बर्फ को हटा दिया गया हैं.
समुद्र तल से 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस पवित्र स्थल तक पहुंचने वाले 6 किलोमीटर लंबे ‘गुरु आस्था पथ’ पर बर्फ की मोटी चादर और भारी हिमखंड पसरे हुए हैं. इन्हें हटाने के लिए भारतीय सेना की विशेष टुकड़ी और गुरुद्वारा श्रीहेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के सेवादारों ने युद्ध स्तर पर कार्य किया.