Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the pennews domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/hy55hp3a22dd/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
दून-दिल्ली एक्सप्रेसवे; उद्घाटन से पहले ही उखड़ गई सड़क - Separato Spot Witness Times
राज्य समाचार

दून-दिल्ली एक्सप्रेसवे; उद्घाटन से पहले ही उखड़ गई सड़क

दून-दिल्ली एक्सप्रेसवे को अभी शुरू होना है। इसके खुलने की प्रतीक्षा लोगाें को लंबे समय से है। उत्तराखंड में भारी बारिश का असर इस एक्सप्रेसवे पर भी दिखने लगा है। सड़क पर बजरी उखड़ने लगी है तो कई जगह गड्ढे हो गए हैं। जिन पहाड़ों को काटकर एक्सप्रेसवे बनाया वे पहाड़ भी दरकने लगे हैं। इससे एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्से में आवाजाही करने वालों को मुश्किलें हो रही हैं।

दिल्ली-दून एक्सप्रेसवे पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। कई महीने पहले ही गणेशपुर से आशारोड़ी तक एक्सप्रेसवे के तहत एलिवेटेड रोड का भी निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया। अब एलिवेटेड रोड से मां डाट काली मंदिर तक एक वायाडक्ट का निर्माण चल रहा है।

इस निर्माण के चलते व दिल्ली से उद्घाटन की तिथि न मिलने के चलते ही अभी तक एलिवेटेड रोड को शुरू नहीं किया गया। मोहंड में पुराने रास्ते पर निर्माण के चलते फिलहाल एलिवेटेड रोड के करीब दो किमी के हिस्से को खोला गया है लेकिन उद्घाटन से पहले ही एक्सप्रेसवे पर सड़क कई जगह से उखड़ चुकी है। कई जगह गड्ढे हो चुके हैं

आशारोड़ी में पुलिस चौकी से पहले एलिवेटेड रोड पर कई किमी के हिस्से में आठ से ज्यादा जगहों पर गड्ढे हो चुके हैं जो लोगोंं के लिए परेशानी खड़ी कर रहे हैं। आलम यह है कि एक्सप्रेसवे पर टनल के पास उत्तराखंड में स्वागत के लिए उकेरी गई कलाकृति के पास ही सड़क पर गहरे गड्ढे हो गए हैं।

एलिवेटेड रोड पर गड्ढा हुआ था जिसे भर दिया गया था। अभी बारिश के चलते काम करने में परेशानी आ रही है। अब गड्ढे हुए हैं तो बारिश के बाद ठीक कराया जाएगा। भूस्खलन वाले स्थान पर ट्रीटमेंट के लिए वन विभाग से बात की जा रही है। इसके बचाव के इंतजाम किए जा रहे हैं। – पंकज मौर्य, परियोजना निदेशक, एनएचएआई

Related posts

केदारनाथ के लिए हेली सेवा बुकिंग के नाम पर 1.30 लाख ठग

सिलक्यारा टनल हादसे के श्रमिक को एम्स में मिला नया जीवन

Dharmpal Singh Rawat

Uttarakhand: इन इलाकों में बर्फबारी व बारिश के आसार

Dharmpal Singh Rawat

Leave a Comment