December 18, 2025

वीआईपी दर्शन को लेकर बवाल, हेली कर्मी ने पुलिस कर्मी पर लगाया मारपीट का आरोप, जांच के आदेश

केदारनाथ में चाटर्ड हेलिकॉप्टर के कर्मचारी और पुलिस जवान के बीच तीखी नोंकझोंक का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस अधीक्षक ने सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान लेकर तत्काल जांच के आदेश दिये हैं। वहीं, तृतीय केदार तुंगनाथ के बेस कैंप चोपता में घोड़ा-खच्चरों पर लाठी-डंडे बरसाने का मामला आया है। इस संबंध में मक्कू और उषाड़ा गांव के ग्रामीणों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में लिखित तहरीर दी गई है।

बुधवार को केदारनाथ में वीआईपी दर्शन के लिए मंदिर परिसर में कुछ यात्रियों की यात्रा ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों के साथ नोंकझोंक हुई। इधर, सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में हेलिकॉप्टर कंपनी की कर्मचारी अक्षित नेगी का कहना है कि पुलिस जवानों ने उसके साथ मारपीट की है। पुलिस के जवान उसे चौकी में भी ले गये और वहां भी अभद्रता की गई। मामले में तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने पुलिस पर निरंकुश होने का आरोप लगाया है। कहा कि, पुलिस के जवानों ने युवक के साथ जमकर मारपीट की है

इधर, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान लेते हुए हेलिकॉप्टर कंपनी के कर्मचारी के साथ नोंकझोंक करने वाले पुलिस कर्मी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। बताया कि सीओ केदारनाथ से प्रकरण की जानकारी ली गई और जांच शुरू कर दी गई है। बताया कि प्रथमदृष्टया दोनों पक्षों को चोट लगने की जानकारी मिली है। मंदिर परिसर सहित आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज की जांच की जा रही है। दूसरी तरफ बुधवार को तृतीय केदार तुंगनाथ के बेस कैंप चोपता में घोड़ा-खच्चरों को लाठी-डंडों से पीटने का मामला प्रकाश में आया है।

इस दौरान एक जानवर बुरी तरह से घायल हो गया। मामले में ग्राम पंचायत मक्कू और ग्राम पंचायत उषाड़ा के ग्रामीणों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस चौकी में लिखित तहरीर दी है। उषाड़ा ग्राम पंचायत के निवर्तमान ग्राम प्रधान कुंवर सिंह बजवाल का कहना है कि चोपता, दुगलबिट्टा क्षेत्र उनके हक-हकूक में शामिल है। इस क्षेत्र में घोड़ा-खच्चर संचालन के लिए वन विभाग से वार्ता की गई थी। डीएफओ ने मौखिक रूप से यूनियन को शामिल करने को कहा गया था, लेकिन बुधवार को जब हमारे गांव के घोड़ा-खच्चर चोपता पहुंचे तो, मक्कू के ग्रामीणों ने उन्हें बुरी तरह से पीटा और भगा दिया।

इस दौरान एक घोड़ा को गंभीर चोटें आई हैं। वहीं, चोपता घोड़ा-खच्चर यनियन के अध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी ने बताया कि घोड़ा-खच्चरों के संचालन के लिए यात्रा शुरू होने से पहले अप्रैल में ही वन विभाग के साथ बैठक हो गई थी। इस बैठक में उषाड़ा गांव के कोई घोड़ा-खच्चर संचालन शामिल नहीं हुए थे। अब, यात्रा के बीच में उषाड़ा के ग्रामीणों के द्वारा व्यवधान डाला जा रहा है। इधर, पुलिस चौकी प्रभारी सतीश शाह ने बताया कि दोनों पक्षों के द्वारा तहरीर दी गई है। मामले में जांच शुरू कर दी गई है। जांच रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright2017©Spot Witness Times. Designed by MTC, 9084358715. All rights reserved. | Newsphere by AF themes.