iBihar, 25 August 2025,
राहुल-तेजस्वी गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बिहार में जारी है। यात्रा में हर दिन अप्रत्याशित संख्या में लोग जुड़ रहे हैं। यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जा रहा है।कांग्रेस पार्टी का कहना है कि वोटर्स लिस्टों में चुनाव आयोग की भूमिका, संसद में उठाए गए सवालों और प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अब यात्रा ने इस मुद्दे को पूरे देश में चर्चा का केंद्र बना दिया है। भाजपा भी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को लेकर कांग्रेस पर हमलावर है।
17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई यह यात्रा दक्षिण बिहार के औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा से होते हुए सीमांचल तक पहुंच चुकी है और आगे दरभंगा, चंपारण, सिवान होते हुए आरा में समाप्त होगी। 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में इसकी बड़ी रैली होगी।
यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषणों में कहा कि, चुनाव आयोग निष्पक्ष काम नहीं कर रहा और सरकार के दबाव में वोट चोरी की घटनाओं को नजरअंदाज कर रहा है। उन्होंने कहा कि “बिहार में वोट चोरी नहीं होने देंगे।” वहीं पप्पू यादव ने चुनाव आयोग को सीधे “भाजपा और आरएसएस का ऑफिस” करार दिया। तेजस्वी यादव भी लगातार केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला बोलते हुए कह रहे हैं कि यह यात्रा लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है।
आज 25 अगस्त को ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को ब्रेक दिया गया है। कल सुबह मंगलवार को यह यात्रा पुनः शुरू होगी। यात्रा में आगे प्रियंका गांधी, हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव और अन्य विपक्षी नेता भी अलग-अलग चरणों में शामिल होंगे।
वहीं भाजपा ने राहुल गांधी की इस यात्रा को “राजनीतिक नौटंकी” बताते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस जनता को गुमराह कर रही है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे “कंस की राह” तक कहा। भाजपा का कहना है कि मतदाता सूची से नाम कटने के आरोप झूठे हैं और चुनाव आयोग पहले ही फैक्ट चेक कर चुका है।
गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी और तेजस्वी की वोटर अधिकार यात्रा को लेकर हमला बोला है कहा कि, ‘वे लोगों के बीच एक तरह का भ्रम पैदा करना चाहते हैं। और वे निश्चित रूप से सफल नहीं होंगे, क्योंकि हमारा जनता के साथ सीधा संवाद उनसे कई गुना अधिक है। हम लोगों से बात करते हैं। हम यहां केवल संयोगवश नहीं आए हैं। कांग्रेस को तीन बार लगातार चुनाव हराने के बाद आए हैं। मुझे लगता है कि निराशा का स्तर इतना है कि सामान्य निर्णय लेने की समझ राहुल गांधी खो चुके हैं।